EMI मिस हुई तो फोन होगा 'लॉक'! RBI का नया 'डिजिटल जेल' नियम कर्ज वसूली को बनाएगा आसान

RBI New Rule: सोचिए, आपका नया स्मार्टफोन लोन पर लिया हो और EMI चूक गई हो, तो अचानक स्क्रीन ब्लैंक! भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) कर्जदाताओं को ऐसी ही 'सुपरपावर' देने की कगार पर है – डिफॉल्टर्स के फोन रिमोटली लॉक करने की। यह 'बैड लोन किलर' प्लान छोटे क्रेडिट के डूबते कर्जों पर निशाना साध रहा है, लेकिन उपभोक्ता अधिकारों के चैंपियन अलर्ट पर हैं। होम क्रेडिट फाइनेंस के 2024 सर्वे बताते हैं कि 33% से ज्यादा लोग मोबाइल जैसे गैजेट्स EMI पर झटक लेते हैं। 1.4 अरब आबादी वाले भारत में 1.16 अरब से ज्यादा मोबाइल कनेक्शन हैं – हर तीसरा फोन लोन का 'बोझ' ढो रहा। RBI का यह स्टेप लेंडर्स को 'बॉस' बना देगा, मगर क्या यह निजता की दीवार तोड़ देगा?
पिछले 'ब्रेक' के बाद 'फास्ट फॉरवर्ड', डेटा का 'सेफ्टी शील्ड' साथ
सूत्रों का खुलासा है कि एक साल पहले RBI ने डिफॉल्टर्स के फोन लॉकिंग पर 'फुल स्टॉप' लगाया था, लेकिन अब लेंडर्स से कंसल्टेशन के बाद फेयर प्रैक्टिस कोड में 'स्पीड अप' आने वाला। लोन देते वक्त फोन में ऐप प्लांट कर डिवाइस को 'फ्रीज' करने का सिस्टम बनेगा। RBI दो 'मिशन' पर फोकस: कर्जदाता आसानी से रिकवर करें, और यूजर्स का डेटा 'फॉर्टरेस' जितना सिक्योर रहे। इकॉनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में RBI स्पोक्सपर्सन ने अभी 'नो कमेंट' मोड अपनाया है, लेकिन कुछ महीनों में गाइडलाइंस रिलीज की उम्मीद। यह 'लॉक एंड प्रोटेक्ट' ट्रिक रिकवरी को हाई-टेक बनाएगी, बिना डेटा ड्रामा के – जैसे डिजिटल दुनिया का 'स्मार्ट सिक्योरिटी गार्ड'।
फाइनेंशियल प्लेयर्स को 'हाई फाइव', लेकिन रिस्की लोन का 'रेड अलर्ट'
अगर यह नियम हिट हुआ, तो बजाज फाइनेंस, DMI फाइनेंस और चोलमंडलम फाइनेंस जैसी दिग्गज कंपनियां 'जश्न' मना लेंगी – रिकवरी रेट स्काईरॉकेट करेगी। CRIF हाईमार्क के डेटा से साफ: 1 लाख रुपये से कम के लोन डिफॉल्ट के 'हॉटस्पॉट' हैं, जहां डेलिंक्वेंसी रेट टॉप पर। इससे क्रेडिट फ्लो आसान होगा, लेकिन छोटे बर्रोअर्स के लिए 'डर का साया'। क्या यह 'पावर बैलेंस' सही दिशा में है? RBI को सुननी होगी आवाज – कर्ज रिकवर हो, लेकिन 'ह्यूमन टच' न गुम हो। वक्त ही बताएगा, यह 'लॉक' कितना 'स्मार्ट' साबित होता है।
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