26/11 का हीरो बना गांजा तस्करी का सरगना, ATS ने पूर्व NSG कमांडो को 200 किलो गांजे के साथ दबोचा

NSG Commando Bajrang Singh Arrest: देश के सबसे प्रतिष्ठित कमांडो दस्तों में शुमार नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) के एक पूर्व सदस्य को गिरफ्तार किया गया है। राजस्थान एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) और एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) की संयुक्त टीम ने मंगलवार को सीकर जिले के फतेहपुर शेखावाटी के करंगा गांव निवासी बजरंग सिंह को गिरफ्तार किया। बजरंग जो 2008के मुंबई 26/11आतंकी हमलों के दौरान ताज होटल में आतंकवादियों से लोहा लेने वाली NSG टुकड़ी का हिस्सा रहे थे। लेकिन अब इंटर-स्टेट गांजा तस्करी नेटवर्क के कथित सरगना के रूप में सामने आए हैं। इस गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने 200किलोग्राम से अधिक गांजा जब्त किया है, जो नशे के खिलाफ चल रहे अभियान की एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
26/11का वीर सिपाही
बजरंग सिंह का नाम NSG के इतिहास में एक उज्ज्वल अध्याय के रूप में दर्ज है। दरअसल, 26नवंबर 2008को मुंबई में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों द्वारा किए गए क्रूर हमलों के दौरान, बजरंग अपनी टुकड़ी के साथ ऑपरेशन ब्लैक टॉरनेडो का हिस्सा थे। ताज महल पैलेस होटल में छिपे आतंकियों ने निर्दोष लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी, जिसमें 166लोग शहीद हुए थे। बजरंग ने घंटों चले संघर्ष में आतंकवादियों का डटकर मुकाबला किया। NSG के कमांडो के रूप में उनकी बहादुरी ने उन्हें सम्मान दिलाया।
रिटायरमेंट के बाद बजरंग सिंह ने राजस्थान लौटकर सामान्य जीवन अपनाने की कोशिश की, लेकिन कथित तौर पर आर्थिक तंगी ने उन्हें अवैध रास्ते पर धकेल दिया। पुलिस जांच के अनुसार, उन्होंने छोटे-मोटे सौदों से शुरुआत की और धीरे-धीरे क्विंटल स्तर की गांजा तस्करी का नेटवर्क खड़ा कर लिया।
ओडिशा से राजस्थान तक फैला तस्करी का जाल
ATS के अनुसार, बजरंग सिंह ओडिशा और तेलंगाना से गांजा की बड़ी खेपें मंगवाकर राजस्थान में वितरित कर रहे थे। उनका नेटवर्क इतना जटिल था कि इसमें स्थानीय वाहन चालक, गोदाम मालिक और छोटे तस्कर शामिल थे। बता दें, बजरंग पर 25,000रुपये का इनाम घोषित था। वहीं, मंगलवार की कार्रवाई में ATS-ANTF टीम ने सीकर के एक गुप्त ठिकाने पर दबिश दी, जहां से 200किलोग्राम गांजा बरामद हुआ। यह खेप बाजार मूल्य पर करोड़ों रुपये की बताई जा रही है।
पुलिस ने बताया कि बजरंग ने अपनी सैन्य पृष्ठभूमि का फायदा उठाकर नेटवर्क को सुरक्षित रखा था। वे डिलीवरी पॉइंट्स को बदलते रहते थे और एन्क्रिप्टेड संचार का इस्तेमाल करते थे। इस गिरफ्तारी से न केवल राजस्थान का नेटवर्क ध्वस्त हुआ है, बल्कि पड़ोसी राज्यों में भी जांच तेज हो गई है। ATS अधिकारी ने कहा 'यह गिरफ्तारी नशे के खिलाफ हमारे अभियान की बड़ी जीत है। पूर्व सैनिक का ऐसा कदम न केवल शर्मनाक है, बल्कि युवाओं के लिए चेतावनी भी।'
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