अमेरिका में बर्ड फ्लू का आया पहला केस, सीडीसी ने कहा - इंसानों में दिखा म्यूटेशन

Bird Flu Virus In America: बर्ड फ्लू यानी एवियन इन्फ्लूएंजा पक्षियों में होने वाली एक खतरनाक बीमारी है। लेकिन अब ये बीमारी पक्षियों के अलावा इंसानों और जानवरों को भी संक्रमित कर रहा है। इस कारण दुनियाभर में एक बार फिर से बर्ड फ्लू वायरस का खतरा बढ़ रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, अमेरिका में इस वायरस से 20 बिल्लियों की मौत भी हो चुकी है। इसका कारण पक्षियों से जानवरों में वायरस का ट्रांसमिशन बताया जा रहा है।
बता दें, बीते दिनों अमेरिका में एक व्यक्ति भी बर्ड फ्लू से संक्रमित हुआ था। उस व्यक्ति के ब्लड सैंपल की जांच करने से पता चला है कि उसमें मौजूद बर्ड फ्लू के वायरस में म्यूटेशन देखे गए हैं। यानी वायरस खुद में बदलाव कर रहा है।
अमेरिका में बर्ड फ्लू का पहला मामला
बता दें, पिछले हफ़्ते अमेरिका में वायरस का पहला गंभीर मामला सामने आया था। अमेरिका के लुइसियाना के 65 वर्ष से अधिक आयु के एक व्यक्ति में बर्ड फ्लू का वायरस मिला था। उस व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ थी, जिस वजह से उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जांच में पता चला है कि व्यक्ति में बर्ड फ्लू का वायरस है. जो पक्षियों या फिर जानवर से फैला है।
अमेरिका ने जारी किया अलर्ट
इस मामले में अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र ने गुरुवार, 26 दिसंबर को कहा कि पिछले सप्ताह देश में बर्ड फ्लू के पहले गंभीर मामले के नमूनों की जांच हुई है। उसके विश्लेषण से ऐसे म्यूटेशन सामने आए हैं, जो इससे पहले किसी संक्रमित में नहीं देखे गए हैं। वहीं, सी.डी.सी. ने कहा कि मरीज के नमूने में हेमाग्लगुटिनिन (एच.ए.) जीन में म्यूटेशन पाया गया, जो वायरस का वह भाग है। इसलिए ऐसे में बर्ड फ्लू के वायरस को लेकर अब अलर्ट रहने की जरूरत है।
कितना खतरनाक है म्यूटेशन?
सीडीसी का कहना है कि जब भी कोई वायरस खुद में बदलाव करता है, तो इसको म्यूटेशन कहते हैं। वायरस खुद को ताकतवर बनाने के लिए म्यूटेट होता है। बता दें, अमेरिका के जिस मरीज में बर्ड फ्लू के वायरस का म्यूटेशन देखा गया है, वो वायरस का ऐसा स्ट्रेन दुर्लभ हैं। इनमें से एक म्यूटेशन वाला बर्ड फ्लू का स्ट्रेन ब्रिटिश कोलंबिया, कनाडा के एक अन्य गंभीर मामले में भी देखा गया था।
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