4 राज्य और 4 कैंडिडेट...फिर कहां फंसे बेंच, इंडिया गठबंधन के विपक्षी दलों में क्यों नहीं हो पा रही एकता?

Political News: इस साल के अंत तक देश के पांच राज्यों में नई सीएम और विधायक अपनी कुर्सी संभाल लेंगे। साथ ही गले साल की शुरूआत से ही लोकसभा चुनाव में पार्टियां जुट जाएंगे। लेकिन इन चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन की सबसे ज्यादा चर्चाएं हो रही है। इसी साल में बीजेपी के खिलाफ सभी विपक्षी दलों ने एक-जुट होकर उन्हें सत्ता से हटाने का प्लान तैयार किया था। पहले तो इस गठबंधन के नाम को लेकर काफी विवाद हुआ और फिर एक साथ सभी विपक्षी दलों को एक-जुट किया गया। हालांकि सभी दल एक साथ ऐसे ही नहीं आए। ना जाने देश के अलग-अलग राज्यों में कितनी बैठक की गई। या ये कहे कि बैठकों का दौर चला था। जिसके बाद सभी दल एक साथ आए और गठबंधन को लेकर मंथन किया गया।
इंडिया गठबंधन के दलों में मतभेद
अब गठबंधन बन गया। सभी दल एक साथ भी हो गए। लेकिन कुछ पार्टियों में मतभेद नजर आ रहा है। इतना ही नहीं कई दल के नेता तो गठबंधन वालों पर भड़के भी है। जिसमें यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी शामिल है। हाल ही में मीडिया से बातचीत करते हुए। अखिलेश कहा था कि अगर ये गठबंधन विधानसभा चुनाव के लिए नहीं बनाने की जानकारी हमें पहले मिल जाती तो हम किसी भी बैठक शामिल नहीं होते। इतनी ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि केवल लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन बनाना ठीक नहीं है। हमें नहीं पता था कि यह इंडिया गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव के लिए है। अगर हमें पहले पचा होता तो इसमें हम कभी शामिल नहीं होते। अब इस बयान के लिए अखिलेश ठीक भी है। केवल एक ही चुनाव के लिए गठबंधन बनना ठीक नहीं है।
बीजेपी-कांग्रेस में कड़ी टक्कर
इससे गठबंधन को नुकसान में उठाना पड़ा सकता है क्योंकि फिलहाल भाजपा देश की आधी से ज्यादा राज्यों पर सरकार चला रही है और अगर गठबंधन ये सोच रहा है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से हटा सकते है तो ऐसा करना काफी मुश्किल है। और गठबंधन के सदस्यों का इस तरह बयान सामने आना। जो अखिलेश ने दिया था। तो ऐसे तो इसमें फूट डालने वाली बात बन जाती है।
आप पार्टी ने भी 45 उम्मीदवारों की लिस्ट की जारी
अखिलेश के अलावा नीतीश कुमार भी इससे थोड़ा नाराज लग रहे है। वहीं मेन लड़ाई बीजेपी और कांग्रेस की है लेकिन इस लड़ाई में आप पार्टी भी है। छत्तीसगढ़ में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली यह पार्टी अब तक 45 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार चुकी है। यहां कांग्रेस ने सभी 90 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी इंडिया अलायंस की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं। कई बार उन्हें गठबंधन के खिलाफ जाते देखा गया है।
Leave a Reply