Diwali Muhurat Trading: क्या होती है मुहूर्त ट्रेडिंग? जिसकी वजह से रविवार को भी खुल रहा है शेयर बाजार

Diwali Muhurat Trading: शेयर बाज़ार आम तौर पर हर सोमवार से शुक्रवार तक 5 दिनों तक कारोबार करता है। सोमवार को पहला कारोबारी दिन और शुक्रवार को आखिरी कारोबारी दिन कहा जाता है। प्रत्येक सप्ताह शनिवार एवं रविवार को बाजार में साप्ताहिक अवकाश रहता है। इस बार परिस्थितियां अलग होने वाली हैं,क्योंकि इस दिवाली रविवार को है, तो मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए बाजार रविवार को भी खुल रहा है। अगर आप शेयर बाजार में नये है तो आपके दिमाग में मुहूर्त ट्रेडिंग को लेकर कई सारे सवाल चल रहे होंगे। तो इस स्टोरी हम आपको इस बारे में बताने वाला है।
मुहूर्त ट्रेडिंग क्या है?
देशभर में दिवाली जैसे शुभ समय पर पूजा की जाती है। देशभर के कई इलाकों में दिवाली को भारत के नववर्ष के रूप में भी मनाया जाता है। इसके अलावा दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा भी मनाई जाती है। लोग अपने घर, दुकान, कार्यालय जैसी जगहों पर हिंदू देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं। जिससे घर, ऑफिस, दुकान आदि में सुख-समृद्धि बनी रहे। भारत के शेयर बाजार में भी इसी संस्कृति का पालन किया जाता है। दीवाली वाले दिन भारत का स्टॉक मार्केट बंद रहता है लेकिन शुभ अवसर और लक्ष्मी पूजन को ध्यान में रखकर मार्केट को एक फिक्स टाइम के लिए खोला जाता है। इस फिक्स टाइम को ही मुहूर्त ट्रेडिंग का नाम दिया गया है।
मुहूर्त ट्रेडिंग का इतिहास क्या है?
भारत के शेयर बाजार में काफी समय से मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन चल रहा है। मुहूर्त ट्रेडिंग मनाने का इतिहास सबसे पहले बीएसई में मिलता है। आंकड़ों के मुताबिक, बीएसई में मुहूर्त ट्रेडिंग 1957 से देखी जा रही है। एनएसई पर 1992 से मुहूर्त ट्रेडिंग मनाई जा रही है।
मुहूर्त ट्रेडिंग 2023 का समय क्या है?
2023 के मुहूर्त ट्रेडिंग समय की बात करें तो इस बार प्री-ओपन सेशन शाम 6:00 बजे से 6:08 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेडिंग शाम 6:15 बजे से 7:15 बजे तक होगी। पोस्ट क्लोज यानी शाम को 7:30 से 7:38 तक बाजार बंद रहेगा और शाम 7:40 पर बाजार बंद हो जाएगा।
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