दो साल में उजड़ी कई जिंदगियां...लाखों लोग हुए बेघर, हमास-इजरायल के वॉर ने लिखी गाजा की बर्बादी की कहानी

Two Years Hamas-Israel War: आज वो दिन है जब दो साल पहले, यानी 07अक्टूबर 2023को हमास ने इजरायल पर बड़ा हमला किया था। वो हमला न सिर्फ इजरायल के इतिहास का सबसे काला अध्याय बना, बल्कि गाजा पट्टी को पूरी तरह तबाह कर दिया। इन दो सालों में जारी संघर्ष ने हजारों जिंदगियां लील लीं, लाखों लोगों को बेघर कर दिया और पूरी दुनिया को एक मानवीय संकट का गवाह बना दिया। ये संकट आज भी जारी है।
हमास का सरप्राइज अटैक बना इजरायल का ब्लैक डे
जानकारी के अनुसार, 07अक्टूबर 2023की सुबह करीब 6:30बजे, हमास और अन्य फिलिस्तीनी मिलिटेंट ग्रुप्स ने गाजा से इजरायल पर हमला बोला। रॉकेटों की बौछार के साथ-साथ पैराग्लाइडर्स, नावों और जमीन से घुसपैठिए सीमा पार कर दक्षिणी इजरायली शहरों और किबुट्ज़ में घुस गए। नोवा म्यूजिक फेस्टिवल पर हमला सबसे खौफनाक था, जहां सैकड़ों युवा मारे गए। इजरायली आंकड़ों के मुताबिक, 1,200से ज्यादा लोग मारे गए और 251लोगों को बंधक बनाया गया। इसके जवाब में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तुरंत 'तलवारों का युद्ध' घोषित किया और इजरायली सेना (IDF) ने गाजा पर हवाई हमले शुरू कर दिए। तो वहीं, हमास ने इस हमले को 'ऑपरेशन अल-अक्सा फ्लड' नाम दिया, जो इजरायली 'कब्जे' और अल-अक्सा मस्जिद पर हमलों के जवाब में बताया।
2023-2024में बमबारी और घेराबंदी से शुरु हुई तबाही
1. हमले के एक हफ्ते बाद, इजरायल ने गाजा पर पूर्ण घेराबंदी लगा दी औऱ सभी रोजमर्रा के सामान जैसे बिजली, पानी, ईंधन सब बंद कर दिए। IDF ने हवाई हमलों के बाद जमीनी घुसपैठ शुरू की, हमास के टनल नेटवर्क को निशाना बनाया। वहीं, नवंबर 2023में सात दिनों का अस्थायी युद्धविराम हुआ। उस दौरान हमास ने 81बंधकों को रिहा किया, बदले में इजरायल ने 240फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा, लेकिन लेकिन युद्धविराम टूट गया।
2. इसके बाद जून 2024में IDF ने नुसैरत कैंप में रेड से चार बंधकों को बचाया। जुलाई 2024में हमास के मिलिट्री चीफ मोहम्मद डेइफ को मार गिराया, लेकिन हमले में 90फिलिस्तीनी मारे गए। अक्टूबर 2024में हमास लीडर यह्या सिनवार को राफा में मारा गया। उस दौरान गाजा हेल्थ मिनिस्ट्री की बताया कि 2024के अंत तक 41,000से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए। जिसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल थे। लगभग 20लाख लोग बेघर हो गए।
3. इजरायली हमलों से स्कूल, अस्पताल और रिफ्यूजी कैंप सबकुछ धीरे-धीरे तबाह होते चले गए। दोनों देशों के बीच तनाव इतना ज्यादा बढ़ गया कि हिजबुल्लाह ने लेबनान से रॉकेट दागे और इजरायल ने ईरान पर 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' (जून 2025) लॉन्च किया, जो न्यूक्लियर थ्रेट को रोकने के लिए किया गया था।
2025में युद्धविराम से नई तबाही
2025की शुरुआत उम्मीदों से हुई, लेकिन जल्द ही टूट गई। जनवरी 2025में अमेरिका, मिस्र और कतर ने मध्यस्थता से युद्धविराम कराया। 15महीने के युद्ध का अंत, लेकिन बंधकों की रिहाई फसी। मार्च 2025में इजरायल का सरप्राइज अटैक। जिससे युद्धविराम टूटा और इजरायल ने गाजा सिटी पर कंट्रोल मजबूत किया। एक दिन में 600फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें 400बच्चे शामिल थे। मई-जून 2025में राफा और खान यूनिस में बड़े अभियान। इजरायल ने गाजा के 86%हिस्से पर कंट्रोल कर लिया।
जुलाई 2025 में पोलियो का पहला केस 25 साल बाद। भुखमरी की स्थिति, IPC ने गाजा को 'फैमाइन' घोषित किया। सितंबर 2025 में UN रिपोर्ट में इजरायल पर जेनोसाइड के चार आरोप - हत्या, शारीरिक नुकसान, जीवन-नष्ट करने वाली स्थितियां और जन्म रोकना। UNRWA को सहायता पहुंचाने से रोका गया। अक्टूबर 2025 में गाजा मीडिया ऑफिस के अनुसार, अभी तक कुल मौतें 76,600 से ज्यादा हुई और 9,500 लोग लापता हुए। IDF ने गाजा सिटी में हथियारों का स्टॉक ढूंढा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 20-पॉइंट शांति प्लान पर मिस्र में अप्रत्यक्ष बातें चल रही हैं, लेकिन कोई युद्धविराम नहीं।
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