सांप्रदायिक तनाव के बाद हाई अलर्ट पर ओडिशा का कटक, कई इलाकों में कर्फ्यू-इंटरनेट बंद; जानें क्यों मचा बवाल?

Cuttack Riots: ओडिशा का ऐतिहासिक शहर कटक सदियों से हिंदू-मुस्लिम सद्भाव की मिसाल रहा है, जो अब अशांति की चपेट में है। दुर्गा पूजा के विसर्जन जुलूस के दौरान हुई हिंसक झड़प ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है। शनिवार रात की घटना के बाद रविवार को स्थिति और बिगड़ गई, जिस वजह से 13थाना क्षेत्रों में 36घंटे का कर्फ्यू लगा दिया गया। साथ ही, अफवाहों और भड़काऊ संदेशों को रोकने के लिए 24घंटे के लिए इंटरनेट और सोशल मीडिया सेवाओं पर भी रोक लगा दी। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने सोमवार को 12घंटे का बंद बुलाया है, जबकि मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शांति की अपील की है।
विसर्जन जुलूस से शुरू हुई हिंसा
दरअसल, कटक में दुर्गा पूजा का समापन हमेशा उत्साह और भाईचारे के साथ होता है, लेकिन इस बार दारागाह बाजार इलाके में हाथी पोखरी के पास सबकुछ बदल गया। शनिवार रात करीब 1:30से 2बजे के बीच एक मूर्ति विसर्जन जुलूस कथजोड़िया नदी के किनारे देवीगारा की ओर बढ़ रहा था। जुलूस में तेज संगीत बज रहा था, जिस पर कुछ स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई। बात बढ़ी और देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया। छतों से पत्थर, कांच की बोतलें और अन्य वस्तुएं फेंकी गईं।
इस दौरान डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP) खिलाड़ी ऋषिकेश ज्ञानदेव समेत आठ पुलिसकर्मी और कुल 25लोग घायल हो गए। अफरा-तफरी में कई दुकानों में आग लगा दी गई, वाहनों को नुकसान पहुंचा और CCTV कैमरे तोड़ दिए गए। रविवार दोपहर को दरगाह बाजार में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच फिर झड़प हुई, जिसमें लाठीचार्ज करना पड़ा। विसर्जन प्रक्रिया करीब तीन घंटे रुक गई, लेकिन कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह 9:30बजे तक सभी मूर्तियां विसर्जित कर दी गईं।
छह उपद्रवियों की गिरफ्तारी
बता दें, इस मामले में पुलिस ने अब तक छह उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। वहीं, ड्रोन फुटेज, सीसीटीवी तथा चश्मदीदों के बयानों के आधार पर जांच जारी है। DCP योगेश बहादुर खुरानिया ने कहा 'स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।' भुवनेश्वर-कटक के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त नरसिंह भोला ने बताया कि शहर में गश्त बढ़ा दी गई है और कई टीमों ने संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
60पुलिस पलटन तैनात
हिंसा के बाद ओडिशा सरकार ने तुरंत कदम उठाए। रविवार रात 10बजे से 13थाना क्षेत्रों जिनमें सीएमसी, सीडीए और बयालिश मौजा इलाके शामिल हैं में 36घंटे का कर्फ्यू लगा दिया गया। मेडिकल और आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है, लेकिन बाकी गतिविधियां पूरी तरह ठप हैं। कर्फ्यू के दौरान इलाके के हर कोने पर पुलिस तैनात है और 60पुलिस पलटन (बटालियन) को अलर्ट पर रखा गया है।
इंटरनेट पर लगा ताला
इसके साथ ही इंटरनेट सेवाओं को भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। रविवार शाम 7बजे से सोमवार शाम 7बजे तक मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड, व्हाट्सएप, एक्स जैसी सभी सेवाएं बंद हैं। यह फैसला भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम, 1885की धारा 5(2) और टेलीकॉम सेवाओं के अस्थायी निलंबन नियम, 2017के तहत लिया गया। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सत्यव्रत साहू ने अधिसूचना जारी करते हुए कहा कि असामाजिक तत्वों द्वारा भड़काऊ संदेश फैलाने से सार्वजनिक शांति भंग हो सकती है। जिला प्रशासन के पत्र संख्या 1049में भी इसी खतरे का जिक्र है।
VHP ने किया बंद किया ऐलान
विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने हिंसा को 'हिंदू समाज पर सुनियोजित हमला' बताते हुए सोमवार सुबह 6बजे से शाम 6बजे तक 12घंटे का कटक बंद बुलाया है। संगठन का कहना है कि अधिकारियों ने शांतिपूर्ण विसर्जन सुनिश्चित करने में विफलता दिखाई। वीएचपी प्रवक्ता ने कहा 'बार-बार अनुरोध के बावजूद उपद्रवियों पर कार्रवाई नहीं हुई। हम लापरवाही के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं।'
CM मोहन चरण माझी की अपील
दूसरी तरफ, CM मोहन चरण माझी ने सोशल मीडिया पर अपील जारी की। उन्होंने कहा 'कटक भाईचारे का शहर है। कुछ उपद्रवियों ने शांति भंग की है, लेकिन सांप्रदायिक सद्भाव पर कोई समझौता नहीं। दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी।' इसके अलावा पूर्व सीएम नवीन पटनायक ने भी शांति बनाए रखने की अपील की।
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