देशभर में बदला मौसम का मिजाज, मडरा रहा साइक्लोन और भारी बारिश का खतरा; जानें मौसम का ताजा हाल

IMD Weather Update: दक्षिण भारत में मॉनसून की विदाई के बाद भी मौसम ने करवट ली है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से में विकसित हो रही चक्रवाती गतिविधि ने तमिलनाडु, पुदुच्चेरी और आसपास के क्षेत्रों में भारी तबाही मचा दी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इन इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें भारी वर्षा (21सेंटीमीटर से अधिक) की चेतावनी दी गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह सिस्टम 24-25अक्टूबर तक डिप्रेशन में बदल सकता है और उत्तर तमिलनाडु की ओर बढ़ सकता है, जिससे तटीय इलाकों में लैंडफॉल का खतरा मंडरा रहा है।
बंगाल की खाड़ी में नया खतरा
IMD के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से में एक लो प्रेशर एरिया विकसित हो रहा है, जो तेजी से चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। यह सिस्टम अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी से मजबूत हो रहा है। 22अक्टूबर को ही चेन्नई और आसपास के जिलों में 24घंटों में 20सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई, जिससे शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया। पुदुच्चेरी में सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड हुई, जहां 15-20सेंटीमीटर बारिश ने सड़कों को नदियों में तब्दील कर दिया।
मौसम विभाग ने बताया कि
यह सिस्टम 35-55किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं के साथ उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ेगा। तमिलनाडु के उत्तरी तट, पुदुच्चेरी, कराईकल और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में 45-65किलोमीटर प्रति घंटे की तेज हवाएं चल सकती हैं। यदि यह डिप्रेशन बन गया, तो लैंडफॉल 24अक्टूबर को संभव है, जो कृषि, मछली पालन और परिवहन को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है।
कई इलाको में रेड अलर्ट जारी
IMD ने तमिलनाडु के 8जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जहां भारी बारिश की संभावना है। IMD ने विल्लुपुरम, कडलूर, मयिलादुथुरै, नागापट्टिनम, तिरुवल्लुर, थंजावुर, पुदुकोट्टई और रामनाथपुरम के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा पुदुच्चेरी और कराईकल भी रेड जोन में हैं। IMD ने चेन्नई, तिरुवल्लुर, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, कल्लाकुरिची, अरियालुर, पेरंबलुर, तूतुकुडी, तिरुनेलवेली और कन्याकुमारी जैसे जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
दक्षिणी प्रायद्वीप के अन्य हिस्सों, जैसे रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश में भी 22-24अक्टूबर तक भारी वर्षा जारी रहने का पूर्वानुमान है। तो वहीं, वेल्लोर, तिरुपत्तुर, विल्लुपुरम, कल्लाकुरिची और कडलूर में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि कोमोरिन क्षेत्र से लक्षद्वीप तक 55-60किलोमीटर प्रति घंटे की हवाएं चल सकती हैं।
Leave a Reply