पंजाब में फिर भड़के किसान, MSP समेत इन मांगों को लेकर 'रेल रोको' आंदोलन का किया आगाज

Punjab Farmer Protest: पंजाब में किसानों का गुस्सा एक बार फिर भड़क उठा। अमृतसर में किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेतृत्व में किसान बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए मुआवजे और एमएसपी की गारंटी समेत अन्य मांगों को लेकर आज दोपहर में 'रेल रोको' प्रदर्शन करेंगे। ये आंदोलन पूरे पंजाब में तीन दिनों तक चलेगा।
पंजाब में ये आंदोलन 12 जगहों पर ट्रेनों का चक्का जाम कर किया जाएगा। इन 12 स्थानों में मोगा, होशियारपुर, गुरदासपुर के बटाला, जालंधर कैंट, तरनतारन, सुनाम, नाभा, फिरोजपुर में बस्ती टैंकवाली और मल्लांवाला, बठिंडा में रामपुरा, अमृतसर में देवीदासपुरा शामिल हैं।
आंदोलन संगठनों की 19 हुई संख्या
किसान नेताओं सरवन सिंह पंधेर, जसविंदर सिंह लोंगोवाल, सुखविंदर सिंह ने बताया कि 16 संघर्षरत संगठनों के फोरम में अब किसान मजदूर यूनियन भटेरी कलां और किसान मजदूर मोर्चा पंजाब के शामिल होने के बाद संख्या बढ़कर 18 हो गई थी। अब पंजाब किसान मजदूर यूनियन के समर्थन के बाद आंदोलनकारी संगठनों की संख्या 19 हो गई है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अगर भगवंत मान सरकार इस आंदोलन को दबाती है तो उन्हें यह स्पष्ट हो जाएगा कि पंजाब सरकार किस तरह केंद्र सरकार की मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि भगवंत मान सरकार को जनविरोधी गतिविधियों से बचना चाहिए।
केंद्र सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग
उन्होंने ये भी कहा कि उत्तर भारत के बाढ़ प्रभावित राज्यों के लिए 50 हजार करोड़ का राहत पैकेज, सभी फसलों और एमएसपी गारंटी कानून और फसलों के दाम की रिपोर्ट के अनुसार स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट, किसान को मजदूर की संपूर्ण कर्ज मुक्ति, मनरेगा के तहत साल में 200 दिन रोजगार, पंजाब सहित उत्तर भारत में स्मैक हेरोइन जैसे नशे पर नियंत्रण, दिल्ली आंदोलन के दौरान किए गए पुलिस केस रद्द किए जाए और लखीमपुर नरसंहार के अपराधियों को सज़ा, भारत में आबादकार किसानों और मजदूरों को आबादकार भूमि का स्थायी मालिकाना हक देने, देश भर में भारत माला परियोजना के तहत सड़कों के लिए अधिग्रहित की जाने वाली भूमि की के भाव 6 गुना दिए जाने की मांग मुख्य है। उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार इन मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं करती तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
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