“नकल के लिए अकल चाहिए…”, PM शहबाज और जनरल मुनीर पर ओवैसी ने किया कटाक्ष

Owaisi On PM Shahbaz and General Munir: पहलागाम आतंकी हमले के बाद से ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान को हर मंचों से जमकर लताड़ लगाई। ओवैसी ने कई मौकों पाकिस्तान की आतंकी समर्थक छवि को देश और दुनिया के सामने बताया। वो जिस मुखरता से देश के अंदर पाकिस्तान के खिलाफ बोल रहे थे, उसी रूप में वो दुनिया के मंचों पर भी पाक समर्थिक आतंकवाद पर बोल रहे हैं। यही कारण है कि ओवैसी को उस डेलिगेशन शामिल किया गया जो विदेश में जाकर पाकिस्तान की असलियत बता सके। ओवैसी भाजपा सांसद जयंत पांडा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों में से एक हैं, जिसमें भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, भाजपा सांसद फांगनोन कोन्याक, भाजपा सांसद रेखा शर्मा, सांसद सतनाम सिंह संधू, गुलाम नबी आजाद और राजदूत हर्ष श्रृंगला भी शामिल हैं। इस प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया जाकर वहां के नेताओं से मुलाकात करना है।
ओवैसी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख असीम मुनीर पर तंज कसते हुए कहा, ‘पाकिस्तान को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। ये लोग एक असली तस्वीर तक नहीं दे सकते। नकल करने के लिए भी अकल चाहिए, और इन नालायकों को अकल भी नहीं है।’ओवैसी ने कहा, 'ये बेवकूफ जोकर भारत के साथ मुकाबला करना चाहते हैं। उन्होंने 2019 की चीनी सेना की ड्रिल की एक फोटो दी और दावा किया कि यह भारत पर जीत है। वे एक सही फोटो भी गिफ्ट में नहीं दे सकते।'
"पाकिस्तान का दुल्हा भाई"
हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब असदुद्दीन ओवैसी को बताया गया कि वह पाकिस्तानी सोशल मीडिया हैंडल्स का निशाना बन गए हैं, तो उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, "अब मैं पाकिस्तान का दुल्हा भाई हूं। इतना बोलने वाला, इतना सुंदर इंसान और कौन दिखेगा उन्हें।"
"पाकिस्तान, ऑफिशियल भीखमंगे"
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच, जब IMF ने पाकिस्तान को बेलआउट पैकेज दिया, तो ओवैसी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "ये (पाकिस्तान) ऑफिशियल भीखमंगे हैं।" उन्होंने आगे कहा, "उन्होंने IMF से 1अरब डॉलर का कर्ज लिया है। IMF इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड नहीं है; वे पाकिस्तान को इंटरनेशनल मिलिटेंट फंड दे रहे हैं। अमेरिका जर्मनी और जापान इसके लिए कैसे सहमत हुए?" उन्होंने आगे कहा, "नेतृत्व को भूल जाइए; वे (पाकिस्तान) यह भी नहीं जानते कि अर्थव्यवस्था कैसे चलानी है। आप लोग वहां बैठे हैं और हमें बता रहे हैं कि इस्लाम क्या है, लेकिन आपके पास यहां शांति को बिगाड़ने, हिंदुओं और मुसलमानों के बीच संघर्ष पैदा करने के लिए केवल गलत नीतियां हैं।"
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