History: इस जगह हुआ था इतिहास का सबसे छोटा युद्ध, जानें कितने समय में हो गया था समाप्त

वैसे तो इतिहास में कई बड़े-बड़े युद्ध हुए हैं जो सालों तक चले हैं।लेकिन क्या आप एक ऐसे युद्ध के बारे में जानते हैं जिससे इतिहास का सबसे छोटा युद्ध कहा जाता है। दरअसल इतिहास में एक ऐसा युद्ध हुआ था जो केवल 38मिनट तक के लिए चला था क्योंकि इतने में ही दुश्मनों ने अपने घुटने टेक दिए थे। इस युद्ध को इतिहास के सबसे छोटे युद्ध के तौर पर जाना जाता है।
बता दें कि यह युद्ध इंग्लैंड और जंजीबार के बीच लड़ा गया था। जान जी बार एक द्वीप समूह है और फिलहाल तंजानिया का एक हिस्सा है। साल 1819 में जब जाजीबार ने ब्रिटेन और जर्मनी के बीच हुई एक संधि पर हस्ताक्षर किए थे। ऐसे की वजह से जान जुगाड़ पर ब्रिटिश का अधिकार हो गया जबकि तंजानिया का अधिकांश हिस्सा जर्मनी के हिस्से में चला गया। संधि के बाद मीटिंग में जंजीबार की देखभाल का जिम्मा हमद बिन थुवैनी के हाथों में सौंप दिया, जिसके बाद थुवैनी ने खुद को वहां का सुल्तान घोषित कर दिया।वहीं हमद बिन थुवैनी ने 1893 से 1896 यानी तीन साल तक शांति और जिम्मेदारी से जांजीबार पर अपना शासन चलाया, लेकिन 25 अगस्त 1896 को उनकी मौत हो गई, जिसके बाद थुवैनी के भतीजे खालिद बिन बर्घाश ने खुद को जांजीबार का सुल्तान घोषित कर दिया और जांजीबार की सत्ता हथिया ली। कहते हैं कि सत्ता हथियाने के लिए खालिद ने ही हमद बिन थुवैनी को जहर देकर मार दिया था।
वहीं विवाद बढ़ने के कारण 27 अगस्त 1896 की सुबह ब्रिटिश नौसेना ने अपने जहाजों से जांजीबार के महल पर बमबारी शुरू कर दीऔर उसे नष्ट कर दिया। महज 38 मिनच में ही एक संघर्ष विराम की घोषणा हुई और युध्द समाप्त हो गया। इसे ही इतिहास का सबसे छोटा युद्ध माना जाता है।दिसंबर 1963 में जांजीबार ब्रिटेन से आजाद हो गया था, लेकिन इसके एक महीने बाद ही यहां एक खूनी क्रांति हुई। कहते हैं कि इस क्रांति में हजारों अरबी और भारतीय मारे गए और हजारों को जांजीबार से निकाल दिया गया। इसके बाद जांजीबार और पेम्बा गणतंत्र की स्थापना हुई।
दुनिया
देश
कार्यक्रम
राजनीति
खेल
मनोरंजन
व्यवसाय
यात्रा
गैजेट
जुर्म
स्पेशल
मूवी मसाला
स्वास्थ्य
शिक्षा
शिकायत निवारण
Most Popular


Leave a Reply