Belpatra: महादेव को क्यों हैं सबसे प्रिय बेलपत्र, जानें पौराणिक कथा में इसका महत्व
Belpatra: सोमवार का दिन भगवान शिव जी को अर्पित होता है। इस दिन भक्त शिव जी को खुश करने के लिए मंदिरों में जाते है। साथ ही शिव को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह की चीजें चढ़ाते है। लेकिन इन चीजों के बीच में एक सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है बेलपत्र। इसके बारे में हर किसी को पता होता है। कहा जात है कि बेलपत्र शिव जी पर चढ़ाने से प्रभू काफी खुश हो जाते है क्योंकि बेलपत्र उनके बेहद करीब है। लेकिन आप लोगों को ये नहीं पता होगा कि शिव जी को ये बेलपत्र क्यों प्रिय है तो चलिए आपको इससे के बारे में आज बताते है।
बेलपत्र क्यों होती है माहदेव की प्रिय?
दरअसल बेलपत्र औषधीय गुणों का खजाना होता है। कहा जाता है कि समुद्र मंथन के दौरान विषपान करके महादेव के शरीर में विष के प्रभाव से असहनीय जलन और पीड़ा हो रही थी, तब देवी देवताओं ने उनकी पीड़ा को शांत करने के लिए कई चीजें अर्पित की थीं। जिसमें से एक बेलपत्र थी. बेलपत्र में विष को समाप्त करने का गुण होता है। महादेव को बेलपत्र खिलाया गया तो कुछ समय में उनके शरीर में विष का प्रभाव कम होने लगा। इसके बाद महादेव को अति प्रिय बेलपत्र हो गई।
बेलपत्र में मौजूद हैं ये औषधीय गुण
1.छाले: पेट में गर्मी या पेट खराब होने से मुंह में छाले हो जाते हैं। ऐसे में अगर बेल की पत्तियों को मुंह में रखकर चबाया जाए तो छालों में काफी राहत मिलती है। इससे पेट की गर्मी शांत होती है।
2.आर्थराइटिस: कहा जाता है कि किसी को अगर आर्थराइटिस की समस्या हो तो उसे बेलपत्र को गर्म करके दर्द वाली जगह पर बांधना चाहिए. इससे काफी आराम मिलता है।
3.सांस की बीमारी : अगर आपके घर में कोई सांस का रोगी है, तो उसे बेल के पत्तों से बना काढ़ा पिलाना चाहिए. इससे काफी लाभ मिलता है। बेल पत्र का काढ़ा बुखार में भी उपयोगी है।
4.बच्चों को दस्त : अगर बच्चों को दस्त की समस्या है तो एक चम्मच बेलपत्र का रस निकालकर बच्चे को पिला दें. उसे काफी आराम मिलेगा।
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