BIPARJOY: किसने रखा चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ का नाम? जानें इस मामले में भारत ने कितनी निभाई भूमिका

Biparjoy:अरब सागर से बना चक्रवाती तूफान बिपरजॉय आज गुजरात से टकराएगा और इसका असर सुबह से ही देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग ने तबाही मचाने की आशंका के बीच 8 राज्यों में अलर्ट भी जारी किया गया है। वहीं नेवी, एयरफोर्स, सेना, एनडीआरएफ समेत तमाम सुरक्षा एजेंसियां तैनाती की हैं।
वहीं गुजरात के तट से टकराएगा तो उस वक्त 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रप्तार से हवा चलने का अनुमान है मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार (15 जून) को गुजरात में मांडवी और पाकिस्तान में कराची के बीच लैंडफॉल की आशंका है। लेकिन कभी आप लोगों ने तूफान के नाम के बारे में सोचा है कि इसके नाम कौन रखता है?
‘बिपरजॉय’ का नाम किसने रखा?
दरअसल ‘बिपरजॉय’ (Biparjoy) तूफान का नाम बांग्लादेश ने रखा है। यह बंगाली नाम है और इसका मतलब होता है ‘आपदा’। तमाम देशों को किसी भी तूफान का नाम रखने का बारी-बारी से मौका मिलता है। इसके लिए कुछ नियम भी बने हुए हैं।
कौन रखता है तूफानों के नाम?
बता दें कि दुनिया भर में 6 रीजनल स्पेशलाइज्ड मेट्रोलॉजिकल सेंटर्स (Regional specialised meteorological centres (RSMCs) ) और 5 रीजनल ट्रॉपिकल साइक्लोन वार्निंग सेंटर्स हैं (Regional Tropical Cyclone Warning Centres)। इन्हीं रीजनल सेंटर को तूफान से जुड़ी एडवाइजरी जारी करने और तूफान का नाम रखने का अधिकार होता है।
भारत में कौन रखता है तूफान के नाम
वहीं बात करें भारत की तो नई दिल्ली स्थित रीजनल स्पेशलाइज्ड मेट्रोलॉजिकल सेंटर्स (RSMC) बंगाल की खाड़ी यानी (BOB), अरब सागर से लेकर हिंद महासागर में बनने वाले उष्णकटिबंधीय चक्रवाती तूफान को नाम देने का अधिकार प्राप्त है। विभिन्न महासागरों में बनने वाले साइक्लोन का नाम वहां के रीजनल RSMC रख सकते हैं।
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