एलन मस्क की SpaceX ने रचा इतिहास, स्टारशिप की 11वीं सफल उड़ान ने चांद-मंगल तक पहुंचने के रास्ते खोले

Elon Musk Successful Launch Starship: एलन मस्क की कंपनी SpaceX ने 13अक्टूबर 2025को अपनी स्टारशिप रॉकेट की 11वीं टेस्ट उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की। यह उड़ान टेक्सास के स्टारबेस से शाम के समय शुरू हुई और लगभग एक घंटे तक चली, जिसमें रॉकेट ने कई महत्वपूर्ण परीक्षण पूरे किए। इस उड़ान के बाद अब चंद्रमा और मंगल ग्रह तक पहुंचने की राह आसान हो गई है, क्योंकि स्टारशिप को भविष्य के मिशनों के लिए डिजाइन किया गया है।
स्टारशिप रॉकेट की 11वीं टेस्ट उड़ान सफल
स्टारशिप की यह उड़ान वर्जन 2 (V2) प्रोटोटाइप की आखिरी थी, जिसमें सुपर हेवी बूस्टर और ऊपरी हिस्से (शिप) शामिल थे। लॉन्च के बाद सुपर हेवी बूस्टर ने गल्फ ऑफ मेक्सिको में सफलतापूर्वक स्प्लैशडाउन किया, जबकि शिप ने इंडियन ओशन में अपनी लैंडिंग पूरी की। इस दौरान रॉकेट ने इन-स्पेस रैप्टर इंजन रीलाइट, सैटेलाइट डिप्लॉयमेंट सिमुलेशन और नए लैंडिंग बर्न कॉन्फिगरेशन जैसे परीक्षण किए। स्पेसएक्स की टीम ने इसे हर उद्देश्य को पूरा करने वाली उड़ान बताया, जो अगली पीढ़ी के V3वाहनों के लिए कई जरूरी डेटा प्रदान करेगी।
बता दें, उड़ान की तैयारी में मौसम 80%अनुकूल था और लॉन्च विंडो शाम 6:15से 7:30सीटी तक खुली थी। स्पेसएक्स ने एफएए (फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन) के साथ मिलकर एयरस्पेस को कुशलतापूर्वक मैनेज किया, जिससे हवाई यातायात पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा।
स्टारशिप रॉकेट का भविष्य
यह टेस्ट उड़ान स्पेसएक्स के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों के लिए एक मील का पत्थर है। स्टारशिप को पूरी तरह से पुन: उपयोग योग्य बनाने का उद्देश्य है, जो चंद्रमा पर नासा के आर्टेमिस मिशन और मंगल पर मानव बस्तियां बसाने में मदद करेगा। इस उड़ान से प्राप्त डेटा से कंपनी अब V3स्टारशिप और सुपर हेवी की कई इकाइयों का निर्माण तेज कर रही है, जिसमें पहले की उड़ानों से सीखी गई बातों को शामिल किया जाएगा।
वहीं, एलन मस्क ने अक्सर स्टारशिप को अंतरिक्ष यात्रा का भविष्य बताया है और इस सफलता से यह सपना और करीब लगता है। कंपनी ने पहले की उड़ानों में चुनौतियों का सामना किया था, लेकिन लगातार सुधार से अब रॉकेट की विश्वसनीयता बढ़ रही है।
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