भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर का ट्रंप ने एक बार फिर लिया क्रेडिट, कहा- यह परमाणु आपदा में बदल सकता था

नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर का क्रेडिट फिर से लेने की कोशिश की है। ट्रंप ने मीडिया से बातचीत करते हुए एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच टकराव को रोकने का श्रेय लिया। उन्होंने कहा कि अमेरिकी हस्तक्षेप से दोनों देशों के बीच संभावित परमाणु संघर्ष को रोकने में मदद मिली।
प्रेस ब्रीफिंग के दौरान ट्रंप ने कहा, 'हमने भारत और पाकिस्तान को लड़ने से रोका। मेरा मानना है कि यह परमाणु आपदा में बदल सकता था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने स्थिति को शांत करने में अपनी भूमिका के लिए दोनों देशों के नेताओं तथा अपने प्रशासन को धन्यवाद दिया। ट्रंप के दावों को भारत ने "न्यूक्लियर युद्ध" या व्यापार से जोड़ने की बात को भी खारिज किया, यह कहते हुए कि कोई न्यूक्लियर खतरा नहीं था और व्यापार पर कोई चर्चा नहीं हुई। पाकिस्तान ने ट्रंप की भूमिका का समर्थन किया, लेकिन भारत ने इसे प्रचार (प्रोपगैंडा) करार दिया। यह सीजफायर 10 मई 2025 को हुआ, जब भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला किया था, जिसके बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ गया था।
'हम काफी आगे आ गए हैं- ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा, 'हम काफी आगे आ गए हैं। उस संघर्ष में लाखों लोग मारे जा सकते थे, जो छोटे स्तर पर शुरू हुआ और दिन-प्रतिदिन बड़ा होता गया। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष को ट्रेड डिप्लोमेसी के माध्यम से सुलझाने का श्रेय अपने प्रशासन को दिया, साथ ही उन्होंने दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के सहयोग की भी प्रशंसा की थी।
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