जन्माष्टमी पर किस विधि से करें भगवान का शृंगार? जानें कैसे होगी शुभ फल की प्राप्ति
Janmashtami 2025: देशभर में हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन जन्माष्टमी का त्योहार बड़े ही धुमधाम से मनाया जाता है। इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण के मंदिरों रौनक देखने को मिलती है। भक्त इस दिन लड्डू गोपाल का विशेष शृंगार कर पूजा-अर्चना करते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, लड्डू गोपाल की उपासना करने से भक्तों को शुभ फल की प्राप्ति होती है और सभी मनोकामना भी पूरी होती हैं। अगर आप भी लड्डू गोपाल को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो कुछ खास विधि से भगवान का शृंगार कर सकते हैं।
क्या है शुभ मुहूर्त?
वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 15 अगस्त को देर रात 11 बजकर 49 मिनट पर होगी। वहीं, तिथि का समापन 16 अगस्त को रात 09 बजकर 34 मिनट पर होगा। ऐसे में 15 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। 16 अगस्त की रात को 12 बजकर 04 मिनट से लेकर 12 बजकर 47 मिनट तक शुभ मुहूर्त है। इस दौरान भगवान कृष्ण की उपासना कर सकते हैं।
कैसे करें भगवान का शृंगार
भगवान का शृगार करने से पहले जन्माष्टमी के दिन सुबह स्नान करने के बाद मंदिर की सफाई करें। इसके बाद गंगाजल और पंचामृत से लड्डू गोपाल को स्नान करवाएं। वस्त्र पहनाकर चंदन का लेप लगाएं। मुरली, मुकुट, मोर पंख, करधनी, हार और फूल माला अर्पित करें। अब कपूर से दिए से आरती करें।साथ ही माखन-मिश्री, पंजीरी का प्रसाद चढ़ाएं। भगवान के इस भोग में तुलसी के पत्ते को जरूर शामिल करें।
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