क्या है 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान, जिसका PM मोदी ने मन की बात किया जिक्र

Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के अपने 103वें संस्करण में 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान की घोषणा की है,जो शहीद बहादुर पुरुषों और महिलाओं के सम्मान के लिए शुरू किया जाएगा। इसके तहत देशभर में अमर शहीदों की याद में कई कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा, ''इन विभूतियों की याद में देश की लाखों ग्राम पंचायतों में विशेष शिलालेख भी लगाए जाएंगे'' इसके अलावा ''देश के कोने-कोने से 7500कलशों में मिट्टी लेकर अमृत कलश यात्रा दिल्ली में संपन्न होगी।'' यात्रा अपने साथ देश के विभिन्न हिस्सों से पौधे भी लेकर आएगी। 7500कलशों में आने वाली मिट्टी और पौधों को मिलाकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास अमृत वाटिका बनाई जाएगी। यह 'अमृत वाटिका' भी बनेगी पीएम मोदी ने कहा, 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत का भव्य प्रतीक होगा।'
NDRF कर्मियों की प्रशंसा की
इसके अलावा, उन्होंने इस साल बाढ़ और मूसलाधार बारिश से प्रभावित कई लोगों की जान बचाने के लिए NDRF कर्मियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि, ''यमुना समेत कई नदियों में बाढ़ के कारण कई इलाकों में लोगों को परेशानी उठानी पड़ी है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन भी हुआ है। इस बीच, देश के पश्चिमी हिस्से में बिपरजॉय चक्रवात ने भी कुछ समय पहले गुजरात के इलाकों को प्रभावित किया था। लेकिन पीएम मोदी ने कहा, इन सभी आपदाओं के बीच, हम सभी देशवासी एक बार फिर सामूहिक प्रयास की शक्ति को सामने लेकर आए हैं।
अमेरिका ने भारत को लौटाई 100से ज्यादा दुर्लभ और प्राचीन कलाकृतियां
आगे पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका ने भारत को 100से ज्यादा दुर्लभ और प्राचीन कलाकृतियां लौटाई हैं। पीएम ने मन की बात के दौरान कहा, ''भारत लौटीं ये कलाकृतियां 2500से 250साल पुरानी हैं। आपको यह जानकर भी खुशी होगी कि ये दुर्लभ वस्तुएं देश के अलग-अलग क्षेत्रों से संबंधित हैं। इन्हें टेराकोटा, पत्थर, धातु और लकड़ी का उपयोग करके बनाया गया है। इनमें से कुछ हैं ऐसे कि ये आपको आश्चर्य से भर देंगे। अगर आप इन पर एक नजर डालेंगे तो मंत्रमुग्ध रह जाएंगे। इनमें से आपको 11वीं सदी की खूबसूरत बलुआ पत्थर की मूर्ति भी देखने को मिलेगी। यह एक 'अप्सरा' नृत्य की कलाकृति है, जो मध्य प्रदेश का है।''
पीएम मोदी ने पूर्ववर्ती सांस्कृतिक विरासत 'भोजपत्र' को संरक्षित करने के लिए उत्तराखंड की महिलाओं की भी सराहना की। पीएम ने कहा कि,"मुझे उत्तराखंड की महिलाओं से कई पत्र मिले हैं। ये वही महिलाएं हैं जिन्होंने पिछले साल अक्टूबर में मुझे भोजपत्र पर एक अनूठी कलाकृति भेंट की थी। यह उपहार पाकर मैं भी अभिभूत हो गया। आखिरकार, प्राचीन काल से ही हमारे धर्मग्रंथ और पुस्तकें इन भोजपत्रों पर संरक्षित है। भोजपत्र पर महाभारत भी लिखी गई थी। आज देवभूमि की ये महिलाएं भोजपत्र से बेहद खूबसूरत कलाकृतियां और स्मृति चिन्ह बना रही हैं। माणा गांव के दौरे के दौरान मैंने इस अनूठे प्रयास की सराहना की थी। मैंने पर्यटकों से अपील की थी अपनी यात्रा के दौरान अधिक से अधिक स्थानीय उत्पाद खरीदने के लिए देवभूमि आ रहे हैं। इसका वहां बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा है।''
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