केक काटने से पहले क्यों बुझाई जाती है मोमबत्तियां, भारत में माना जाता है अशुभ

candle on the cake:जन्मदिन...व्यक्ति अपने जन्मदिन को बड़े ही धूमधाम से मनाता है। कई दिनों पहले वह अपने जन्मदिन की तैयारियों में लग जाता है। साथ ही उसके दोस्त भी इसमें अपनी अहम भूमिका निभाते है। वहीं मां-बाप भी अपने बच्चों के जन्मदिन को बड़े ही उत्सव के साथ मनाते है। उनके लिए केक लेकर आते है और साथ ही मोमबत्ती।
जैसे ही शाम ढलने लगती है। केक को एक टेबल पर रख दिया जाता है और उस पर मोमबत्ती सजा दी जाती है। फिर तालियों के साथ केक काटा जाता है। केक काटने से पहले मोमबत्ती को मुंह से बुझाया जाता है। कई जगह सभी मोमबत्ती को बुझा दिया जाता है तो कई जगह 1-2 मोमबत्ती को नहीं बुझाया जाता है, लेकिन कभी आप लोगों ने इस बारे में सोचा है कि मोमबत्ती को क्यों बुझाया जाता है?और सभी मोमबत्ती को क्यों नहीं बुझाया जाता है?
इस देश से आया मोमबत्ती बुझाने का रिवाज
दरअसल,केक पर मोमबत्ती लगाकर उसे बुझाने का रिवाज भारत का नहीं है। यह परंपरा विदेशों से आई है, जिसे आज भारत में भी फॉलो किया जा रहा है। हालांकि, भारतीय परंपरा के अनुसार, इसे अशुभ माना जाता है। बता दें कि केक पर मोमबत्ती लगाकर उसे बुझाने का रिवाज प्राचीन ग्रीस (यूनान) से आया है। वहां के लोग पुराने जमाने में केक पर जलती हुई कैंडल लेकर ग्रीक भगवान के पास जाते थे और वहां जाकर उन मोमबत्तियों के जरिए केक पर ग्रीक भगवान का चिह्न बनाते थे।
धुंआ को माना जाता था शुभ
ग्रीक भगवान का चिह्न बनाने के बाद वे लोग केक पर लगी मोमबत्तियों को बुझा दिया करते थे। मोमबत्तियों को बुझाने के पीछे की वजह यह थी कि मोमबत्तियों से निकलने वाला धुआं आसपास भैल जाए। यूनानी मान्यताओं के मुताबिक, वहां के लोग मोमबत्ती के धुएं को काफी शुभ मानते थे और उनके अनुसार यह धुआं ऊपर की ओर उड़ता हुआ उनकी प्रार्थनाओं को भगवान तक लेकर जाता है इसलिए वे लोग केक पर लगी मोमबत्तियों को बुझाया करते हैं।
भारत में माना जाता है अशुभ
वहीं भारत के बात करें तो देश में मोमबत्तियां जलाना तो शुभ है, किंतु उन्हें जलाकर स्वयं ही बुझा देना अशुभ माना गया है। यहां मोमबत्तियों से भी अधिक अहमियत दीए को दी जाती है, जिसमें सरसों का तेल डालकर उसे पूजा कार्यों के लिए या फिर खास मौकों पर प्रज्वलित किया जाता है। भारत में पाश्चात्य संस्कृतिको जब से अपनाना शुरू किया गया जो भारतीयों ने केक पर लगी मोमबत्ती को बुझाना आरंभ कर दिया।
मगर हमारी संस्कृंति में मोमबत्तीस को भी शुभ अग्नि माना जाता है। यदि पूजा का दीया भी किसी कारण से जलते-जलते बुझ जाए, तो यह भी अशुभ होता है। क्योंकि यह लोगों की प्रार्थना की दीया होता है, इसका बुझना उनकी मनोकामना और उसके पूर्ण होने के बीच बाधा बनता है। इसलिए केक पर लगी मोमबत्ती को बुझाना भी कुछ लोग अशुभ मानते हैं।
Leave a Reply