क्या इंसानों की तरह जानवरों को भी होता है हार्ट अटैक? जानें

Delhi: हार्ट अटैक एक गंभीर चिकित्सा तथ्याधारी स्थिति है जिसमें हृदय के एक भाग में खून की पोषण वहीं से रुक जाता है। यह एक प्रकार का हृदय रोग होता है जिसमें हृदय के महत्वपूर्ण धमनियों में रक्त का बहाव बंद हो जाता है, जिससे हृदय के तंत्र के कुछ हिस्सों का नुकसान होता है। यह अधिकतर उम्रदराज लोगों में देखा जाता है लेकिन युवा व्यक्तियों में भी हो सकता है। लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि हार्ट अटैक जैसी बीमारी जनवरों में होती है या नही?
बता दें कि कुछ जानवरों को हार्ट अटैक होते हैं। हालांकि, यह संभवतः आमतौर पर मानवों की तुलना में कम जानवरों में होता है। वहीं जानवरों के लिए हार्ट अटैक के कारण और लक्षण मानवों से थोड़े अलग हो सकते हैं। जानवरों को आमतौर पर आधुनिक दवाओं या चिकित्सा उपचारों से नहीं लाभ मिलता है, इसलिए वे ज्यादातर प्राकृतिक जीवनशैली और आहार पर निर्भर होते हैं। इसके साथ ही उच्च रक्तचाप, डायबिटीज और अन्य बीमारियों के जोखिम के कारण कुछ जानवरों को हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। यह जानवरों के आयु, जाति, आहार और जीवनशैली पर भी निर्भर करता है। इसके अलावा सामान्य रूप से, जानवरों में हार्ट अटैक के लक्षण मनुष्यों के लक्षणों से भिन्न होते हैं। इनमें शामिल हो सकते हैं दुर्बलता, सांस लेने में कठिनाई, थकान या कमजोरी, उच्च लाल रक्तचाप, विशिष्ट जगहों पर दर्द या असुविधा।
जानवरों में हार्ट अटैक के लक्षण मानवों के लक्षणों से थोड़े भिन्न होते हैं। जानवरों के लक्षण कुछ इस प्रकार हो सकते हैं:
दुर्बलता और थकान:जानवर जो हार्ट अटैक के शिकार होते हैं, उन्हें अचानक थकान और दुर्बलता हो सकती है।
सांस लेने में कठिनाई:हार्ट अटैक के कारण, जानवरों को सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। वे ज्यादातर संकुचित संज्ञान की श्वसन पद्धति का उपयोग करते हैं, जो उन्हें अपनी सांस लेने में कठिनाई महसूस करती है।
असुविधा:कुछ जानवर हार्ट अटैक के दौरान असुविधा का अनुभव कर सकते हैं। यह असुविधा अधिकतर जानवरों के आंत में अनुभव की जाती है।
उच्च लाल रक्तचाप:जानवरों में हार्ट अटैक के कारण उच्च लाल रक्तचाप का विकास हो सकता है। इसलिए, उन्हें लाल रंग की फुंगी और उच्च रक्तचाप के लक्षणों की जांच के लिए नियमित रूप से देखभाल की जानी चाहिए।
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