SAWAN 2023: भोले भंडारी की पूजा के लिए क्यों चुना गया है सोमवार का ही दिन, जानें क्या कहती है पौराणिक कथाएं

SAWAN 2023:सावन का पहला सोमवार व्रत आज है और सुबह से ही लोग शिव जी के मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना कर रहे है। साथ ही उनके पसंदीदा भोजन से भोग लगा रहे है। बात करें शिव जी के सबसे बड़े मंदिर महाकालेश्वर की तो वहां सुबह-सुबह शिव जी की भस्म आरती की गई और फिर अच्छे से श्रृंगार किया गया जहां उन्हें देखने के लिए भक्तों की सैंकड़ों संख्या में भीड़ उमड़ी। लेकिन कभी आप लोगों ने सोचा है कि सोमवार के ही दिन शिव की विशेष पूजा क्यों की जाती है यानी सोमवार का ही दिन शिव जी के लिए रखा गया है,चलिए आज हम आपको इसे के बारे में बताएंगे।
हिंदू धर्म में, शिवजी को सोमवार के दिन ही पूजे जाने के विभिन्न कारण हैं। यहां तीन प्रमुख कारण वर्णित किए गए हैं:
1.सोमवार के महत्वपूर्णता: सोमवार (Monday) को हिंदू कैलेंडर में भगवान शिव के नाम पर किया जाता है। इस दिन को सोमवार का दिन माना जाता है, और शिवजी का नाम सोम (Moon) से संबंधित है। सोमवार को शिवजी की खास प्रसन्नता का दिन माना जाता है और उनकी पूजा, अर्चना और भक्ति इस दिन अधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है।
2.पौराणिक कथाओं के आधार पर: कई पौराणिक कथाओं में उल्लेख किया गया है कि सोमवार को भगवान शिव का विशेष दिन है। इन कथाओं में कहा जाता है कि शिवजी को सोमवार का व्रत रखने वाले व्यक्ति को विशेष आशीर्वाद मिलता है और उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसलिए, शिवभक्तों के लिए सोमवार विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है।
3.शिवरात्रि के संबंध में: शिवरात्रि, जो मासिक रूप से मनाया जाने वाला पर्व है, सोमवार की रात्रि पर मनाया जाता है। शिवरात्रि भगवान शिव के परम भक्ति के लिए महत्वपूर्ण है और इस दिन उनकी विशेष पूजा की जाती है। इस पर्व को सोमवार के दिन मनाने का कारण शिव भक्तों के लिए यह होता है कि वे अपने गुरु के चरणों में ध्यान और पूरी भक्ति का संकल्प कर सकें और उनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्त कर सकें।
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