क्या है 50 बम वाला मामला? पंजाब सरकार ने कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा पर कसा शिकंजा

Pratap Singh Bajwa: पंजाब में 50बम वाले बयान मामले में कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा पर शिकंजा कस चुका है। पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार ने प्रताप सिंह बाजवा पर नकेल कसना शुरू कर दिया है। प्रताप सिंह बाजवा से 15अप्रैल को मोहाली स्थित साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में लगभग 6घंटे तक पूछताछ हुई। पूछताछ के बाद बाजवा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैंने सभी सवालों के जवाब दिए हैं। अब इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच ठन गई है। दोनों तरफ से बयानबाजी शुरू हो चुकी है। लेकिन क्या है 50बम वाला मामला चलिए आपको बताते हैं।
क्या है 50बम वाला मामला?
दरअसल प्रताप सिंह बाजवा पंजाव विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं। उन्होंने एक टीवी चैनल को इंटरव्यू देने के दौरान बड़ा दावा किया था। उन्होंने कहा था कि मुझे पता चला है कि 50बम पंजाब पहुंच चुके हैं। इनमें से 18फट चुके हैं और 32अभी फटने बाकी है। उनके इस बयान से पंजाब में बवाल मच गया था। राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए थे।
अब पंजाब में 50बम वाले बयान को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है। 15अप्रैल को प्रताप सिंह बाजवा से मोहाली स्थित साइबर क्राइम थाने में लगभग 6घंटे तक पूछताछ की गई। पूछताछ के बाद बाजवा ने मीडिया से बाद करते हुए खुद को निर्दोष बताया। उन्होंने कहा था कि नेता प्रतिपक्ष होने के नाते मेरे पास इंटेलिजेंस व केंद्रीय एजेसियों के सोर्स हैं। उनका नाम उजागर नहीं कर सकता। सीएम भगवंत मान के बयान से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।
सबूत दें या कान पकड़कर माफी मांगें
प्रताप सिंह बाजवा के आरोप पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पूछा था कि बाजवा के पास ये इनफार्मेशन कहां से आई है। क्या उनके पाकिस्तान से कनेक्शन है। वहां के आतंकवादी सीधा उन्हें फोन करके बता रहे हैं कि उन्होंने कितने बम भेजे हैं। ये इनफार्मेशन न तो इंटेलिजेंस के पास है न ही केंद्र सरकार के पास है। AAP पंजाब अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने कहा था कि यह मुद्दा तभी खत्म होगा जब बाजवा या तो सबूत देंगे या कान पकड़कर माफी मांगेंगे।
प्रताप सिंह बाजवा के खिलाफ BNS की धारा
सीएम भगवंत मान ने एआईजी रवजोत कौर ग्रेवाल के नेतृत्व मे पंजाब पुलिस की एक टीम रविवार को चंडीगढ़ स्थित आवास पहुंची थी। वहीं, जांच के बाद एआईजी रवजोत कौर ग्रेवाल ने बताया हम नेता प्रतिपक्ष से इस बयान की सत्यता और उसके स्रोत की जानकारी लेने आए थे। क्योंकि, यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है। लेकिन अब तक उन्होंने कोई उपयोगी जानकारी साझा नहीं की है।
प्रताप सिंह बाजवा के खिलाफ BNS की धारा 197 (1) (d) और 353 (2) के तहत मोहाली के साइबर क्राइम पुलिस थाने में केस दर्ज कराया गया था। बता दें कि बीएनएस की धारा 197 (1) (d) भारत की सुरक्षा, एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाली झूठी और भ्रामक सूचना का प्रचार करने के आरोप को लेकर है और 353 (2) विभिन्न समुदायों में द्वेष फैलाने के इरादे से फैलाई गई गलत सूचना को लेकर है।
बाजवा की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस का विरोध
अब जब प्रताप सिंह बाजवा पर कार्रवाई शुरू हो गई है और मामले में पूछताछ हो रही है, तब एक बार फिर पंजाब की राजनीति में उबाल आ गया है। बाजवा की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि आम आदमी पार्टी पंजाब में राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से काम कर रही है।
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