Delhi Weather: दिल्ली में बारिश से 7 डिग्री गिरा तापमान, कोहरे के साथ बढ़ेगी ठंड
Delhi Rainfall Alert: दिल्ली में गुरुवार रात से शुरू हुई हल्की बारिश और दिन भर छाए रहे बादलों के कारण तापमान में गिरावट आई है। दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री कम दर्ज किया गया। मौसम विभाग का अनुमान है कि शनिवार की सुबह हल्का कोहरा रह सकता है। बारिश की कमी के कारण दिल्लीवासियों को इस बार अक्टूबर और नवंबर में सामान्य से अधिक प्रदूषण का सामना करना पड़ा।
गुरुवार की रात से मौसम में बदलाव हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ और उससे जुड़े चक्रवाती परिसंचरण के कारण दिल्ली और आसपास के इलाकों में हल्की बारिश हुई है। इससे तापमान में काफी गिरावट आई और प्रदूषण की स्थिति में सुधार हुआ। दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में दिन का अधिकतम तापमान 22.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से सात डिग्री कम है। न्यूनतम तापमान सामान्य से दो अधिक 16.2 डिग्री रहा।
सफदरजंग मौसम केंद्र पर गुरुवार रात से शुक्रवार शाम 5.30 बजे तक कुल 10 मिमी बारिश दर्ज की गई है। यहां आर्द्रता का स्तर 85 से 100 फीसदी तक रहा। मौसम विभाग का अनुमान है. कि शनिवार को तापमान 27 से 14 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। इस दौरान हवा की गति चार से 12 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है।
दिल्ली वायु गुणवत्ता में सुधार
दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गुरुवार शाम 4 बजे 437 था, जो तेजी से सुधरकर शुक्रवार सुबह 7 बजे 408 और फिर दो घंटे बाद सुबह 9 बजे 376 हो गया। हवा की गति अनुकूल होने से वायु गुणवत्ता में और सुधार होने की उम्मीद है। AQI पिछले 24 घंटों का औसत डेटा है। IMDने कहा कि दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने शुक्रवार सुबह 8.30 बजे पिछले 24 घंटों में छह मिमी बारिश दर्ज की।
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में हल्की बारिश हुई. इसके अलावा नोएडा, गुरुग्राम और अन्य पड़ोसी इलाकों में भी हल्की से मध्यम बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने हल्की बारिश सहित अनुकूल मौसम संबंधी परिस्थितियों के कारण दिवाली से पहले वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार की भविष्यवाणी की है। अधिकारियों ने कहा था कि ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व होने से भारत के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में पराली जलाने के धुएं से होने वाले प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।
दिल्ली में इन कारणों से बढ़ा प्रदूषण
उन्होंने कहा था कि पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद हवा की गति वर्तमान में लगभग पांच से छह किलोमीटर प्रति घंटा से बढ़कर 11 नवंबर को लगभग 15 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाएगी, जिससे दिवाली से पहले प्रदूषक तत्वों के बिखरने की संभावना है। दिल्ली में पार्टिकुलेट मैटर (PM) प्रदूषण के स्रोतों की पहचान करने वाले डिसीजन सपोर्ट सिस्टम के आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में 38 फीसदी प्रदूषण के लिए पड़ोसी राज्यों, खासकर पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने से निकलने वाला धुआं जिम्मेदार था। शहर के प्रदूषण स्तर में पराली जलाने की घटनाओं का योगदान गुरुवार को 27 फीसदी था, जबकि शुक्रवार को इसके 16 फीसदी रहने का अनुमान है।
आंकड़ों में परिवहन को भी वायु प्रदूषण का मुख्य कारण बताया गया है, जो दिल्ली की बिगड़ती आबोहवा में 12 से 14 फीसदी योगदान दे रहा है. शून्य से 50 के बीच AQIको अच्छा माना जाता है, 51 से 100 के बीच को संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 450 के बीच गंभीर माना जाता है। AQI 450 से अधिक होने पर इसे बेहद गंभीर श्रेणी में माना जाता है।
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