अरविंद केजरीवाल को बड़ा झटका, CM आवास रेनोवेशन मामले की CBI करेगी जांच, केस हुआ दर्ज

Delhi CM Bungalow Renovation: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही हैं। वजह, सीएम आवास नवीनीकरण मामले में सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया है। दरअसल, गृह मंत्रालय ने दिल्ली सीएम आवास में हुए कथित घोटाले की सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। मई महीने में दिल्ली के एलजी ने सीबीआई डायरेक्ट को पत्र लिखकर जांच की मांग की थी। इसी के आधार पर गृह मंत्रालय ने सीबीआई जांच की इजाजत दे दी है।
दरअसल, दिल्ली के मुख्य सचिव द्वारा की गई जांच के बाद सामने आई कथित अनियमितताओं के सभी पहलुओं की जांच अब सीबीआई करेगी। इस मामले में गृह मंत्रालय द्वारा पहले ही सीएजी द्वारा विशेष ऑडिट का आदेश दिया जा चुका है। अब सीबीआई जांच के आदेश के बाद आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा है।
‘BJPने AAPको खत्म करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी है’
पार्टी की ओर से कहा गया है कि बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को खत्म करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी है। आज पूरे देश में केवल आम आदमी पार्टी ही है जो शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतरीन काम कर वोट मांग रही है। लेकिन भाजपा नहीं चाहती कि गरीबों को अच्छी शिक्षा और उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें। इससे भाजपा की धर्म और जाति की राजनीति परास्त होगी। इसी कारण से देश के सबसे अच्छे शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री मनीष सिसौदिया और सत्येन्द्र जैन को जेल में डाल दिया गया। अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की घेराबंदी के लिए सभी जांच एजेंसियों को लगा दिया गया है। लेकिन दिल्ली की दो करोड़ जनता का प्यार और आशीर्वाद अरविंद केजरीवाल के साथ है।
आप ने आगे कहा कि वे अब तक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ 50 से ज्यादा मामले दर्ज कर जांच करा चुके हैं। उनमें से किसी में भी कुछ नहीं निकला। इससे भी कुछ नहीं निकलेगा। बीजेपी कितनी भी जांच चाहे, अरविंद केजरीवाल आम आदमी के हितों के लिए लड़ते रहेंगे। अरविंद केजरीवाल ने कसम खाई है कि वह भारत को दुनिया का नंबर एक देश बनाएंगे। इसके लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हैं।
45करोड़ रुपये खर्च करने का आरोप
आपको बता दें कि दिल्ली बीजेपी ने भी आरोप लगाए हैं। कहा गया है कि कोविड काल में 1 सितंबर 2020 से 30 दिसंबर 2021 तक 16 महीने का ऐसा दौर रहा जब बड़े से बड़े उद्योग मंदी की मार झेल रहे थे। दिल्ली सरकार का राजस्व आधे से भी कम हो गया था और दिल्ली सरकार ने धन की कमी के कारण न केवल विकास कार्य बल्कि कई राहत कार्य भी रोक दिए थे। कोविड काल के चरम के 16 महीनों के दौरान अरविंद केजरीवाल द्वारा अपने घर और कार्यालय पर लगभग 45 करोड़ रुपये खर्च करना उनकी असंवेदनशीलता का एक बड़ा प्रमाण है।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा था कि आवास के लिए खरीदे गए आठ नए पर्दों में से एक की कीमत 7.94 लाख रुपये से अधिक है जबकि सबसे सस्ते पर्दे की कीमत 3.57 लाख रुपये है। दस्तावेजों का हवाला देते हुए पात्रा ने कहा कि 1.15 करोड़ रुपये से अधिक का संगमरमर वियतनाम से लाया गया था, जबकि पूर्व-निर्मित लकड़ी की दीवारों पर 4 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे।
कांग्रेस ने भी साधा था निशाना
कांग्रेस ने भी केजरीवाल पर हमला किया और दावा किया कि उनके आवास पर खर्च की गई राशि 171 करोड़ रुपये थी, न कि 45 करोड़ रुपये, जैसा कि पहले बताया गया था क्योंकि उनकी सरकार को उन अधिकारियों के घर गिराने पड़े, जिनके घर मुख्यमंत्री के आवास के विस्तार के लिए तोड़े जाने थे। जटिल। सरकार को उन लोगों के लिए अतिरिक्त फ्लैट खरीदने पड़े जिन्हें छोड़ना पड़ा या खाली करना पड़ा।
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