नंगे पांव बाढ़ के पानी मे उतरी सीएम रेखा गुप्ता, पीड़ित लोगों का जाना हाल

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने और बाढ़ को देखते हुए मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता स्वयं पूरे हालात पर नजर रख रही हैं। आज उन्होंने एक बार फिर बाढ़ग्रस्त इलाके का दौरा किया और बाढ़ प्रबंधन व कंट्रोल सिस्टम का जायजा लिया। यमुना बाजार स्थित बाढ़ग्रस्त बस्ती में मुख्यमंत्री नंगे पांव बाढ़ के पानी में उतर गईं। उन्होंने बाढ़ से पीड़ित लोगों से बात की और आश्वासन दिया कि सरकार उनके साथ है। मुख्यमंत्री का यह भी कहना था कि दिल्ली के यमुना से सटे इलाकों में बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है।
मुख्यमंत्री आज सुबह यमुना बाजार स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के सामने बनी बस्ती में पहुंची। उनके साथ बाढ़ से जुड़े विभागों के आला अधिकारी भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री वहां पहले सीढ़ियों से दीवार की ओर पहुंची। उन्हें अंदर बस्ती के लोग छतों व आसपास बाढ़ के पानी के बीच नजर आए। उनके पीछे बाढ़ का तेज पानी लहलहा रहा था। पीड़ित लोगों को देखकर मुख्यमंत्री रुक नहीं पाई। उन्होंने जूतियां उतारी और नंगे पैर बाढ़ के पानी में उतर गईं। किसी को भी यकीन नहीं था कि मुख्यमंत्री अचानक बाढ़ के पानी में उतर जाएंगी। उन्हें बाढ़ के पानी में चलता देख पीड़ित लोग भी उनके पास आने को आतुर नजर आए। मुख्यमंत्री ने उनका हालचाल पूछा और बताया कि सरकार बाढ़ पर निगरानी रखे हुए है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सरकार की ओर से पूरी तैयारियां हैं। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि दिल्ली सरकार उनके साथ खड़ी है। सरकार बाढ़ पीड़ितों को हरसंभव मदद उपलब्ध कराएगी। मुख्यमंत्री बाढ़ग्रस्त इलाकों ओर पानी के बीच करीब आधे घंटे तक रहीं।
स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है- रेखा गुप्ता
मुख्यमंत्री गुप्ता ने जानकारी दी कि यमुना नदी का जलस्तर आज सुबह कुछ समय के लिए 206 मीटर को छूने के आसपास था। लेकिन अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। उन्होंने बताया कि यह क्षेत्र यमुना के फ्लड प्लेन का लो-लाइन इलाका है, इसलिए पानी यहां तक पहुंच गया, लेकिन इससे आगे नहीं बढ़ा। उन्होंने स्पष्ट किया कि दिल्ली में बाढ़ जैसी कोई भी स्थिति नहीं है। यह जलस्तर का अधिकतम चढ़ाव था और अब पानी उतरने की दिशा में है। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।
लोगों ने सीएम रेखा गुप्ता ने किया अनुरोध
दिल्ली की सीएम ने यह भी बताया कि प्रशासन लगातार कंट्रोल रूम से बाढ़ के हालात की निगरानी कर रहा है। वैसे बाढ़ का पानी जिस गति से आ रहा है, उसी अनुपात में आगे निकल भी रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि यहां रहने वाले परिवारों से सरकार ने अनुरोध किया था कि वे अस्थायी रूप से सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं, लेकिन कई लोग अभी भी वहीं पर रह रहे हैं।
फिलहाल बाढ़ की स्थिति नियंत्रण रखी जा रही है। आवश्यकता होगी तो लोगों को यहां से निकालकर वैकल्पिक आवासों तक पहुंचाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि यमुना का जलस्तर अब तेजी से नीचे जाएगा और लोगों को किसी गंभीर असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।
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