कोटा में एक और सुसाइड, नीट की छात्रा ने फंदा लगाकर मौत को लगाया गले

कोटा: राजस्थान के कोट में नीट की तैयारी कर रही 16 वर्षीय छात्रा ने गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा का नाम रिचा है। वह झारखंड की रहने वाली है। इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
अगस्त महीने में गईं इतनी जानें
अगस्त महीने में ही 6 बच्चों की जान गई है। इन 24 में से सात बच्चे ऐसे हैं जिन्हें कोचिंग में दाखिला लिए छह महीने भी पूरे नहीं हुए थे।एक रिपोर्ट के अनुसार, कोटा में औसतन हर महीने तीन छात्र खुदकुशी करते हैं। साल 2022 में 15 छात्रों ने आत्महत्या की थी। यहां 2015 से 2019 के बीच 80 बच्चे सुसाइड कर चुके हैं। सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है।कुछ आँकड़ों पर नजर डालें तो पूरी तस्वीर निकल कर सामने आती है। 10-12लाख बच्चा हर साल आईआईटी से बीटेक करने की फिराक में जेईई देता है। बड़ी संख्या में जेईई एडवांस इसलिए नहीं दे पाते क्योंकि उनके इंटर में 75फीसदी से कहीं कम रह जाते हैं। आईआईटी में आज भी सीटों की संख्या 16.5हजार के आसपास है। इस साल नीट में हुए एग्जाम में अब तक सबसे ज्यादा 20लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने खुद की दावेदारी की। एमबीबीएस की कुल सीटें आज भी सिर्फ एक लाख से कुछ ज्यादा हैं। मतलब एक सीट के बीस दावेदार।
प्रशासन ने उठाया बड़ा कदम
वहीं इसको लेकर प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। जिला कलेक्टर ने कहा कि अब दो महीने तक कोटा में कोचिंग सेंटर में टेस्ट नहीं होगा। किसी तरह का कोई एग्जाम कंडक्ट नहीं कराया जाएगा। संडे को तो बिल्कुल नहीं। इसके अलावा ये भी तय किया कि हफ्ते में एक दिन फन-डे की तरह सेलिब्रेट होगा। उस दिन बच्चों को सिर्फ आधा दिन पढ़ाई करवाई जाए, बाकी वक्त मस्ती।
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