श्रीलंका में पीएम मोदी का भव्य स्वागत देख चीन को लगी मिर्ची! इन वजहों से बढ़ा ड्रैगन का 'सिरदर्द'

PM Modi Sri Lanka visit: तीन दिवसीय श्रीलंका दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार, पांच अप्रैल को श्रीलंकाई राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके से मुलाकात की। श्रीलंका में पीएम का रेड कार्पेट पर 21 तोपों की सलामी से स्वागत किया गया। पीएम मोदी को श्रीलंका में गार्ड ऑफ ऑनर से भी सम्मानित किया गया। अपनी यात्रा के दूसरे दिन पीएम मोदी श्रीलंकाई प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या से भी मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीलंकाई राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके के बीच व्यापार, दोनों देशों के संबंधों को और अधिक मजबूत और गहरा करने समेत कई अहम मुद्दों पर बातचीत हो सकती है।
चीन की टेंशन बढ़ी!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के श्रीलंका की यात्रा पर जाने और दोनों देशों के बीच रिश्ते अच्छे होने से जाहिर तौर पर चीन को मिर्ची लगेगी। संभावना जताई जा रही है कि इस यात्रा के बाद भारत और श्रीलंका दोनों देशों के बीच हो रहे व्यापार को और अधिक धार देंगे, ये सभी संभावनाएं चीन के लिए बड़ा धक्का हैं क्योंकि चीन लगातार श्रीलंका को एक वर्चस्व व्यापार केंद्र के रूप में देखता आया है। भारत के साथ बढ़ती करीबी के बाद जाहिर तौर पर चीन का प्रभुत्व श्रीलंका पर से कम होगा और ड्रैगन की छवि भी कम हो सकती है। चीन को ऐसा भी लग सकता है कि भारत उसके अच्छे व्यापारिक मित्र को अब अपने पाले में लाने की कोशिश कर रहा है।
ऐसा स्वागत देख दंग रह गया चीन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की श्रीलंका में हुई आवभगत ने भी चीन को दंग करने का काम किया है। पीएम मोदी को रिसीव करने के लिए एयरपोर्ट पर खुद श्रीलंका के विदेश मंत्री विजिता हेराथ, स्वास्थ्य मंत्री नलिंदा जयतिस्सा और मत्स्य पालन मंत्री रामलिंगम चंद्रशेखर सहित पांच शीर्ष मंत्री पहुंचे थे। माना जा रहा है कि श्रीलंका के साथ पीएम मोदी समग्र द्विपक्षीय संबंधों (विशेषकर ऊर्जा, व्यापार, ‘कनेक्टिविटी’, डिजिटलीकरण और रक्षा के क्षेत्रों में) को और मजबूत करने की संभावनाओं पर भी जोर देंगे।
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