‘MANN KI BAAT’ के 103वें एपिसोड पर ‘PM MODI’ का जनसंबोधन, ‘प्राकृतिक आपदाओं के बीच हम सब ने सामूहिक की ताकत दिखाई हैं’
PM MODI: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मन की बात से देश को संबोधित कर रहे है। मन की बात प्रोग्राम ये 103वां एपिसोड है। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि बीते कुछ दिन प्राकृतिक आपदाओं के कारण, चिंता और परेशानी से भरे रहे हैं। यमुना समेत कई नदियों में बाढ़ से कई इलाकों में लोगों को तकलीफ उठानी पड़ी है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटनाएँ भी हुई हैं।
मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी का संबोधन
उन्होंने कहा कि इसी दौरान देश के पश्चिमी हिस्से में कुछ समय पूर्व गुजरात के इलाकों में बिपरजॉय cyclone भी आया। लेकिन साथियों इन आपदाओं के बीच हम सब देशवासियों ने फिर दिखाया है कि सामूहिक प्रयास की ताकत क्या होती है। उन्होंने कहा कि 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' के दौरान निर्मित 60,000 से अधिक अमृत सरोवर तेजी से अपनी चमक बिखेर रहे हैं। 50,000 से अधिक अमृत सरोवरों के निर्माण पर भी काम चल रहा है। हमारे देश के लोग जल संरक्षण के लिए नए-नए प्रयास कर रहे हैं।
यूपी में 30 करोड़ पौधे लगाने का रिकॉर्ड बनाया- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि एक उत्साहवर्धक खबर उत्तर प्रदेश से आई है, कुछ दिन पहले ही यूपी में एक ही दिन में 30 करोड़ पौधे लगाने का रिकॉर्ड बनाया गया है। दुनिया भर से लोग हमारे तीर्थों पर आ रहे हैं। मुझे ऐसे ही दो अमेरिकी मित्रों के बारे में पता चला जो कैलिफोर्निया से अमरनाथ यात्रा के लिए आए थे। हाल ही में जब मैं फ्रांस गया था, तो मेरी मुलाकात चार्लोट चोपिन से हुई, जो एक योगा प्रैक्टिशनर, योगा टीचर हैं और उनकी उम्र 100 साल से भी ज्यादा है। वह पिछले 40 सालों से योगाभ्यास कर रही हैं। वह अपने स्वास्थ्य और लंबी उम्र का श्रेय योग को देती हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे ख़ुशी है कि ऐसा ही एक प्रयास इन दिनों उज्जैन में चल रहा है। यहां देशभर से आए 18 चित्रकार पुराणों पर आधारित आकर्षक चित्र कथा पुस्तकें बना रहे हैं। इन्हें उज्जैन के त्रिवेणी संग्रहालय में प्रस्तुत किया जाएगा। कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक क्रेज था, अमेरिका ने हमें 100 से ज्यादा दुर्लभ और प्राचीन कलाकृतियां लौटाई हैं। भारत लौटीं ये कलाकृतियाँ 250 से 2500 साल पुरानी हैं।
'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे उन मुस्लिम महिलाओं से भी बड़ी संख्या में पत्र मिले हैं जो हाल ही में 'हज' पूरी करके लौटी हैं। इन महिलाओं ने बिना किसी पुरुष साथी या 'मेहरम' के 'हज' किया। इनकी संख्या सिर्फ 50 या 100 नहीं बल्कि 4,000 से ज्यादा है। यह एक बहुत बड़ा बदलाव है, पहले मुस्लिम महिलाओं को बिना किसी 'मेहरम' के 'हज' करने की अनुमति नहीं थी। मैं मेहरम के बिना हज करने वाली मुस्लिम महिलाओं के लिए महिला समन्वयक नियुक्त करने के लिए सऊदी अरब सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं।
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