PoK में निकाला गया आतंकी ताहिर हबीब का जनाजा, लोगों ने इस लश्कर कमांडर के शामिल होने पर लगा दी रोक
Commander Rizwan Hanif funeral: पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (POK) के खाई गल्ला गांव में ‘ऑपरेशन महादेव’ में मारे गए लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी ताहिर हबीब का जनाजा-ए-गायब अदा किया गया, जो 22अप्रैल 2025को पहलगाम हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता की दूसरी पुष्टि है। भारतीय सुरक्षा बलों ने 28जुलाई को श्रीनगर में ताहिर, पूर्व पाकिस्तानी सैनिक और दो अन्य आतंकियों सुलेमान और जिबरान को मार गिराया। टेलीग्राम पर वायरल वीडियो में ग्रामीण ताहिर के लिए प्रार्थना करते दिखे, लेकिन लश्कर कमांडर रिजवान हनीफ को शामिल होने से रोकने पर तनाव बढ़ा। गुस्साए ग्रामीणों ने हनीफ को भगाकर आतंकी भर्ती के खिलाफ बहिष्कार की योजना बनाई, जो POK में बढ़ते जनाक्रोश को दर्शाता है। गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में इस ऑपरेशन की सफलता और हथियारों की फॉरेंसिक जांच से ताहिर की पहलगाम हमले में भूमिका की पुष्टि की।
कौन है ताहिर हबीब
पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड ताहिर हबीब मूल रूप से पाकिस्तान सेना का पूर्व जवान था, जिसने बाद में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) जॉइन कर लिया। बता दें, पहलगाम आतंकी हमला वह दर्दनाक घटना है, जिसमें पाकिस्तानी आतंकियों ने 26निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी थी। इंटेलिजेंस रिकॉर्ड के अनुसार, ताहिर हबीब को ‘अफगानी’ के नाम से जाना जाता था, क्योंकि वह सादोजई पठान समुदाय से था, जिसकी ऐतिहासिक जड़ें अफगानिस्तान और पुंछ विद्रोह से जुड़ी हैं।
ताहिर के जनाजे में शामिल न हो सका कमांडर रिजवान हनीफ
जनाजा-ए-गायब के वक्त लश्कर कमांडर रिजवान हनीफ भी वहां पहुंचा था पर शामिल न हो सका। दरअसल, जब हनिफ जनाजे में शामिल होने पहुंचा तब ताहिर के परिजनों ने उसे अंतिम संस्कार में शामिल होने से मना कर दिया। इसके बावजूद हनिफ ने हार नहीं मानी और जोर जबरदस्ती कर अंतिम संस्कार में शामिल होने की कोशिश की। लेकिन स्थानीय लोगों और लश्कर आतंकियों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। जानकारी के मुताबिक “लश्कर के एक आतंकी ने बंदूक निकालकर लोगों को धमकाया, जिससे गांव वालों में आक्रोश फैल गया।”
पहलगाम हमले में पाकिस्तान की साजिश बेनकाब
पहलगाम हमले (22अप्रैल 2025) के मास्टरमाइंड ताहिर हबीब, पूर्व पाक सैनिक और लश्कर-ए-तैयबा आतंकी, को ‘ऑपरेशन महादेव’ में 28जुलाई को श्रीनगर में मार गिराया गया। ‘अफगानी’ के नाम से कुख्यात ताहिर सादोजई पठान समुदाय से था, जिसकी जड़ें अफगानिस्तान और पुंछ विद्रोह से जुड़ी हैं। POK के खाई गल्ला में उसका जनाजा-ए-गायब हुआ, जो पाकिस्तान की संलिप्तता की पुष्टि करता है। स्थानीय लोग लश्कर के रिजवान हनीफ को भगाकर आतंकी भर्ती के खिलाफ बहिष्कार की योजना बना रहे हैं, जो POK में जनाक्रोश दिखाता है। ताहिर का जुड़ाव IJT और SLF से था। भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘ऑपरेशन महादेव’ से 26नागरिकों की हत्या का बदला लिया।
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