सस्ते या नकली चार्जर से बचें...आपका फोन बन सकता है आपके लिए खतरा, सरकार ने की सख्त चेतावनी
Phone Charger Warning:आजकल स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्मार्टफोन से जुड़ी एक साधारण-सी चीज यानी आपका मोबाइल चार्जर आपकी जान का दुश्मन भी बन सकता है? भारत सरकार की उपभोक्ता संरक्षण एजेंसी ने हाल ही में एक गंभीर चेतावनी जारी की है। अगर आप नकली या अनमार्क्ड चार्जर का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो न सिर्फ आपका फोन खराब हो सकता है, बल्कि आग लगने या विस्फोट जैसी दुर्घटना भी हो सकती है। ये चेतावनी इसलिए जरूरी है क्योंकि बाजार में सस्ते चाइनीज चार्जरों की बाढ़ आ गई है, जो सुरक्षा मानकों को ताक पर रखकर बिक रहे हैं।
CRS मार्क ही है असली सुरक्षा कवच
दरअसल, केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के विभाग (Department of Consumer Affairs) ने 03 नवंबर 2025 को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए लोगों को आगाह किया। पोस्ट में साफ कहा गया 'CRS मार्क आपके डिवाइस या चार्जर पर सिर्फ मार्क नहीं, बल्कि सुरक्षा का निशान है। इसलिए फोन या चार्जर खरीदते समय इसे जरूर देखें और सुरक्षित रहें!' बता दें, CRS यानी Compulsory Registration Scheme, जो ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) के तहत चलता है। ये योजना 2014 से लागू है, लेकिन हाल के सालों में नकली इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के बढ़ते मामलों ने इसे फिर से सुर्खियों में ला दिया।
सरकार के अनुसार, बिना CRS मार्क वाले चार्जरों में खराब वायरिंग, कमजोर इंसुलेशन या घटिया बैटरी कंपोनेंट्स होते हैं। ये इस्तेमाल करने पर फोन की बैटरी ओवरहीट हो सकती है, छोटा-मोटा शॉर्ट सर्किट हो सकता है या फिर आग लग सकती है। विशेषज्ञ बताते हैं कि भारत में हर साल सैकड़ों फायर इंसिडेंट्स इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से जुड़े होते हैं, जिनमें चार्जर की भूमिका प्रमुख है। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा 'सुरक्षा प्रमाणित उत्पाद ही चुनें, वरना छोटी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है।'
बाजार में नकली चार्जर
ऑनलाइन मार्केटप्लेस और लोकल दुकानों पर 100-200 रुपये वाले चार्जर आसानी से मिल जाते हैं, जो ब्रांडेड प्रोडक्ट्स की नकल होते हैं। इसलिए ऐसे चार्जर्स में ISI या CRS जैसे सुरक्षा सर्टिफिकेशन नहीं होते। एक हालिया सर्वे के मुताबिक, भारत में बिकने वाले 30% से ज्यादा चार्जर नकली या सब-स्टैंडर्ड हैं। यानी चार्जर तो सस्ते होते हैं, लेकिन इनके इस्तेमाल से फोन की बैटरी लाइफ घटती है, डेटा लॉस हो सकता है या ब्लास्ट हो जाता है।
बचाव के आसान टिप्स
- मार्क चेक करें:हमेशा पैकेजिंग पर CRS/IS 13252 मार्क देखें। ये BIS की वेबसाइट पर वेरिफाई करें।
- ब्रांडेड चुनें:सस्ते लोकल चार्जरों से बचें। ओरिजिनल ब्रांड्स जैसे Samsung और Apple के फास्ट चार्जर यूज करें।
- सुरक्षित चार्जिंग:रात भर चार्ज न छोड़ें। ओवरहीटिंग पर तुरंत प्लग निकालें। पावर बैंक भी सर्टिफाइड लें।
- शिकायत करें:अगर नुकसान हो, तो उपभोक्ता अदालत में केस करें। सरकार ने ऐसे मामलों में फ्री लीगल एड का प्रावधान किया है।
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