आंखों में सपने, एक पल में उजड़ी दुनिया! फिर बंगाल में दरिंदों का शिकार बनी बेटी, परिसर के पास MBBS छात्रा का रेप

Bengal News: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक निजी मेडिकल कॉलेज की दूसरी वर्ष की छात्रा की जिंदगी उस वक्त उजड़ गई, जब कॉलेज अस्पताल परिसर के करीब सुनसान जगह पर उसका अपहरण कर सामूहिक बलात्कार किया गया। ओडिशा के जलेश्वर की रहने वाली यह छात्रा शुक्रवार रात करीब 8:30बजे अपनी सहपाठी के साथ कैंपस के बाहर भोजन करने गई थी। वापसी के रास्ते में 2-3युवकों ने उन्हें घेर लिया—एक ने फोन छीन लिया, तो दूसरे ने छात्रा को खींचकर अंधेरी जगह पर ले जाकर उसका शोषण किया। पीड़िता की सहपाठी ने किसी तरह उसे कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से पुलिस को सूचना मिली। यह घटना 2024के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉक्टर से बलात्कार और हत्या की याद दिलाती है, जो पूरे राज्य को झकझोर चुकी थी। पीड़िता की आंखों में अब डर है, और परिवार का दिल टूट चुका है—क्या मेडिकल कॉलेजों में लड़कियां कभी सुरक्षित महसूस करेंगी?
पुलिस जांच में सवालों का जाल
पुलिस ने सामूहिक बलात्कार की शिकायत पर तुरंत जांच शुरू की है। पीड़िता का बयान दर्ज कर लिया गया है, और उसकी सहपाठी की भूमिका की भी पड़ताल हो रही है। आरोपी युवकों की तलाश में छापेमारी जारी है, लेकिन सवाल उठ रहे हैं कि कॉलेज परिसर के इतने करीब ऐसी वारदात कैसे हो गई? छात्रा के पिता का दर्द छलक पड़ा—उन्होंने कहा, "अगर अस्पताल में ठीक से सुरक्षा होती, तो मेरी बेटी इस दर्द से नहीं गुजरती।" कॉलेज में दूसरे राज्यों से आई छात्राओं के बीच अब भय का माहौल है, और कई ने चुपचाप विरोध प्रदर्शन किया, मांग की कि ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई हो। क्या यह सिर्फ एक और केस बनकर रह जाएगा, या बदलाव की शुरुआत होगी?
राष्ट्रीय महिला आयोग की सख्ती
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। आयोग की सदस्य अर्चना मजूमदार ने कहा कि राज्य में ऐसे अपराध बढ़ते जा रहे हैं क्योंकि अपराधियों को सजा नहीं मिलती। शनिवार, 11अक्टूबर 2025को आयोग की टीम घटनास्थल का दौरा करेगी, ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके। यह कदम पीड़िता को न्याय दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण है, लेकिन सवाल है कि क्या सिर्फ जांच से समस्या हल होगी? महिलाओं की सुरक्षा के लिए सिस्टम को मजबूत करने की जरूरत है, वरना ऐसी कहानियां बार-बार दोहराई जाती रहेंगी।
स्वास्थ्य विभाग की चिंता और मांग
स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक इंद्रजीत साहा ने निजी मेडिकल कॉलेज से तत्काल रिपोर्ट तलब की है। स्वास्थ्य भवन के सूत्रों का कहना है कि पुलिस जांच पर भी पैनी नजर रखी जा रही है। कॉलेज में हलचल मची हुई है, छात्रों का मन पढ़ाई से हट गया है। यह घटना न सिर्फ एक परिवार को तोड़ रही है, बल्कि पूरे समाज को सोचने पर मजबूर कर रही है—क्या हमारी बेटियां शिक्षा के मंदिरों में भी असुरक्षित हैं? न्याय की उम्मीद में पीड़िता की लड़ाई जारी है, और हमें सबको साथ खड़े होने की जरूरत है।
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