Uttarkashi Tunnel Rescue: सबसे पहले उम्रदराज और फिर... NDRF ने तय किया किसे कब निकाला जाएगा
Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तरकाशी में फंसे 41 मजदूरों को फिर से जिंदगी मिल गई जब उन्हें रेस्क्यू टीम के अथक प्रयास के बाद बाहर निकाल लिया गया। मैन्युअल ड्रिलिंग करते हुए सबसे पहले रैट होल माइनर्स सुरंग में फंसे मजदूरों के पास पहुंचे उनके बाद एनडीआरएफ के 4 जवान मजदूरों के पास पहुंचे। एनडीआरएफ ने ये तय किया कि किसको कब निकाला जाएगा।
सबसे पहले सबसे ज्यादा उम्र के मजदूरों को बाहर निकाला गया उसके बाद सबसे कम उम्र के मजदूरों को बाहर निकाला गया। अंत में उत्तराखंड के गब्बर सिंह नेगी को निकाला गया। गब्बर सिंह की अपने साथियों के मनोबल बढ़ाने में बड़ी भूमिका रही इसके साथ ही गब्बर सिंह रेस्क्यू टीम से लगातार संपर्क बनाए हुए थे।
हमने ली थी ट्रेनिंग
NDRF की टीम के कमांडर मनमोहन ने बताया कि जैसे ही हमने उनकी ओर हाथ हिलाया और बताया की कि एनडीआरएफ की एक टीम उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए यहां है और उन्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। मजदूरों के खुशी का ठिकाना न था। मनमोहन इस टीम के पहले सदस्य थे, जो मजदूरों के पास पहुंचे। मनमोहन ने आगे बताया कि हम पाइप में रेंगकर सुरंग में मजदूरों के पास पहुंचे। ये काफी कठिन काम था। लेकिन हमने इसके लिए पहले से ट्रेनिंग ली थी। एनडीआरएफ टीम के बाद एसडीआरएफ टीम भी मौके पर पहुंची।
ये थी प्लानिंग
10-12 ऐसे मजदूरों को सबसे पहले बाहर निकाला गया। इन मजदूरों को स्ट्रेचर के सहारे बाहर लाया गया। जिसके बाद सबसे कम उम्र के मजदूरों को बाहर निकाला गया। वहीं, ये मजदूर बिना स्ट्रेचर बाहर आए। सबसे आखिर में गब्बर सिंह बाहर निकले।मनमोहन सिंह ने बताया कि मजदूर बाहर निकलने के दौरान 'एनडीआरएफ की जय हो' के नारे लगा रहे थे। सभी में काफी खुशी थी। करीब 90 मिनट में सभी मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया।
दुनिया
देश
कार्यक्रम
राजनीति
खेल
मनोरंजन
व्यवसाय
यात्रा
गैजेट
जुर्म
स्पेशल
मूवी मसाला
स्वास्थ्य
शिक्षा
शिकायत निवारण
Most Popular
Leave a Reply