दरगाह पर बुलडोजर चलने से विवाद, हिंसा और पथराव से दहला नासिक

Nashik Dargah: महाराष्ट्र के नासिक में अवैध मस्जिद गिराने को लेकर बवाल मचा हुआ है। नासिक के काठे गली इलाके में 16अप्रैल को एक अवैध दरगाह को पुलिस ने बुलडोजर कार्रवाई करते हुए गिरा दिया है । इस मामले को लेकर 15अप्रैल की देर रात भारी हंगामा हुआ था। नगर निगम की कार्रवाई के विरोध में जमा भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इस पथराव में चार अधिकारी सहित कुल 15पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े और हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा। लेकिन क्या है पूरा मामला चलिए आपको बताते हैं।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, काठे गली इलाके में स्थित इस धार्मिक स्थल को अवैध घोषित करते हुए नासिक नगर निगम ने करीब पंद्रह दिन पहले नोटिस जारी किया था। नोटिस में कहा गया था कि 15दिन के भीतर अतिक्रमण को हटा लिया जाए, वर्ना नगर निगम कड़ी कार्रवाई करेगा। इस बीच, 22फरवरी को नगर निगम ने नासिक के अन्य हिस्सों में भी अवैध धार्मिक स्थलों से अतिक्रमण हटाया था। इसके बाद मामला कोर्ट में गया, जहां से साफ निर्देश आया कि संबंधित दरगाह पूरी तरह अनधिकृत है और इसे हटाया जाना चाहिए। कोर्ट के आदेश के बाद 16अप्रैल को निगम की तरफ से अवैध दरगाह पर बुलडोजर चला दिया गया है।
इस कार्रवाई से पहले ही मंगलवार की आधी रात को माहौल बिगड़ गया। भारी संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गई और अचानक पुलिस पर पथराव शुरू हो गया। हालात को देखते हुए मौके पर तैनात पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और हल्का बल प्रयोग किया, जिससे भीड़ को तितर-बितर किया जा सका। नासिक के द्वारका क्षेत्र के काठे गली इलाके में अब भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटाने में जुटी है। प्रशासन ने हालात पर नजर बनाए रखी है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
पुलिस बल को किया तैनात
वहीं, अवैध दरगाह को जमींदोज करने के बाद ताजा हालात को देखते हुए नासिक के काठे गली इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस ने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। नासिक पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। किसी भी तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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