J&K: कठुआ में बादल फटने से हाहाकार, 6 लोगों की मौत और कई घायल; जम्मू-पठानकोट हाईवे और रेलवे ठप
Kathua Cloudburst: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में 17अगस्त रविवार की सुबह बादल फटने की वजह से भारी तबाही मची है। राजबाग के जोध घाटी गांव और अन्य इलाकों में हुए इस हादसे में 6लोगों की मौत हुई। जबकि कई अन्य लोग घायल और लापता बताए जा रहे हैं। भारी बारिश, भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ ने स्थानीय जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया। इसके साथ ही जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग को भी भारी नुकसान पहुंचा, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ।
कठुआ जिले में बादल फटा
दरअसल, शनिवार और रविवार की मध्यरात्रि को कठुआ जिले के राजबाग इलाके के जोड़ घाटी गांव में बादल फटने की घटना ने सबसे ज्यादा कहर बरपाया। इसके अलावा जंगलोटे, बागड़, चांगडा और लखनपुर के दिलवान-हटली इलाकों में भी भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं ने तबाही मचाई है।
जोड़ घाटी में गुज्जर बस्तियों पर पहाड़ का मलबा गिरने से कई घर पूरी तरह तबाह हो गए। जानकारी के अनुसार, इस आपदा में अब तक 6लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। जबकि कई लोग घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। वहीं, कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
जम्मू-पठानकोट हाईवे और रेलवे ट्रैक को नुकसान
कठुआ जिले में बादल फटने से जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग को भारी नुकसान पहुंचा है। मलबे और तेज बहाव वाले पानी ने हाईवे के एक हिस्से को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे कई घंटों तक वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। प्रशासन और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की टीमें मरम्मत कार्य में जुटी हैं और वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था करने की कोशिश कर रही हैं।
इसके अलावा रेलवे ट्रैक को भी नुकसान पहुंचा है, जिसके कारण रेल यातायात प्रभावित हुआ है। इतना ही नहीं, कठुआ पुलिस स्टेशन परिसर भी इस आपदा की चपेट में आया, जिससे प्रशासनिक कार्यों में बाधा उत्पन्न हुई। बता दें, भारी बारिश के कारण उझ नदी और अन्य जलाशयों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। कठुआ शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया, जिससे लोगों के घरों और खेतों को भारी नुकसान हुआ।
राहत-बचाव कार्य जारी
प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और स्थानीय स्वयंसेवकों की संयुक्त टीमों को राहत और बचाव कार्यों के लिए प्रभावित क्षेत्रों में भेजा। ये टीमें कठिन परिस्थितियों में मलबे में फंसे लोगों को निकालने और घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटी हैं। जिला प्रशासन ने लोगों से जलाशयों और नदी-नालों से दूर रहने की अपील की है और आपातकालीन स्थिति के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
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