भारत के इस ब्रिज के आगे एफिल टावर-कुतुब मीनार भी है बौने, जानें चिनाब पर बने दुनिया के सबसे बड़े रेल ब्रिज की खासियत
Chenab Railway Bridge: पीएम मोदी आज दुनिया के सबसे बड़े रेलवे ब्रिज का उद्घाटन करने जा रहे हैं। ये ब्रिज केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में है। इस रेलवे ब्रिज में कुल 18 खंभे हैं। इसमें सबसे ऊंचा कंक्रीट का खंभा 49.343 मीटर का है तो वहीं सबसे ऊंचा स्टील का खंभा करीब 130 मीटर ऊंचाई का है। इश ब्रिज को बनाने के लिए 27 हजार टन से भी ज्यादा स्टील का इस्तेमाल किया गया है। इस ब्रिज की सबसे खास बात ये है कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की सहायता से इस ब्रिज को ब्लास्ट लोड के लिए डिजाइन किया गया है यानी एक तरह से इस ब्रिज पर ब्लास्ट का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसे जोड़ने के लिए विश्वस्तर की वेल्डिंग का इस्तेमाल किया गया है।
जम्मू से कश्मीर घाटी तक पहुंच होगी आसान
इस ब्रिज की ऊंचाई नदी के तल से 359 मीटर है वहीं ब्रिज की कुल लम्बाई 1315मीटर है। ये ब्रिज 530मीटर जमीन के ऊपर और बाकी का 785मीटर हिस्सा चिनाब वैली के ऊपर बना हुआ है। ये पेरिस के एफिल टावर से भी 35मीटर ऊंचा है। वैसे तो चीन के शुईपई नदी पर बना पुल 275मीटर ऊंचा है, लेकिन चिनाब रेल ब्रिज की नदी तल से ऊंचाई 359मीटर है। इस ब्रिज को इस तरह से डिजाइन किया गया है, जिससे यह 120सालों तक चलता रहेगा। अब इससे भारतीय रेलवे की जम्मू से कश्मीर घाटी तक पहुंच आसान होगी।
भूकंप के लिहाज से सुरक्षित
इस ब्रिज पर ट्रेनें 100से 120किलोमीटर प्रति घंटा तक की रफ्तार से दौड़ सकेंगी जिसका मेन आर्च स्पान 467मीटर का है, जिसे भारतीय रेलवे का सबसे लम्बा स्पान वाला आर्च ब्रिज कहा जा रहा है। ये ब्रिज भूकंप के लिहाज से काफी सुरक्षित है। वैसे ये ब्रिज भूकंप के जोन चार में आता है, लेकिन इसे भूकंप क्षेत्र पांच के लिए डिजाइन किया गया है। ये ब्रिज रिक्टर स्केल पर आठ की तीव्रता वाले भूकंप को भी आसानी से झेल लेगा। इस ब्रिज के निर्माण के दौरान इस बात का भी ध्यान रखा गया है कि कश्मीर घाटी में तेज हवाएं चलती हैं। इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है, जिससे यह 266 किलोमीटर प्रति घंटा तक की रफ्तार वाली हवा को आसानी से सह सकता है।
दुनिया
देश
कार्यक्रम
राजनीति
खेल
मनोरंजन
व्यवसाय
यात्रा
गैजेट
जुर्म
स्पेशल
मूवी मसाला
स्वास्थ्य
शिक्षा
शिकायत निवारण
Most Popular
Leave a Reply