अस्पताल से छुट्टी होने के बाद बोले चंद्रशेखर : एक चंद्रशेखर मरेगा तो हजार चंद्रशेखर खड़े होंगे
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद पर हुए जानलेवा हमले के बाद आजाद ने जिला अस्पताल से छुट्टी होने के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है। आजाद ने कहा है कि, आरोपियों को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है इसलिए अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। चंद्रशेखर ने आगे बोलते हुए कहा कि सीएम योगी मेरे मरने का इंतजार कर रहे थे लेकिन मैं इतनी आसानी से मरने वाला नहीं हूं, क्योंकि मुझे दलितों, वंचितों और शोषितों की लड़ाई लड़नी है।
कैसे बची जान
चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि आरोपियों ने पहली गोली चलाई, जो उनकी कनपटी के पास से होकर निकली और दूसरी गोली उनको लगी। तीसरी गोली से कार का अगला शीशा टूट गया। जब आरोपियों ने चौथी गोली चलाई तो वह कार में नीचे की तरफ बैठ गए, उसके बाद हमलावरों ने कुछ दूर जाकर कार को रोक लिया। उन्हें लगा कि मैं मर चुका हूं और उनका काम पूरा हो गया। उन्हें उम्मीद थी कि इसके बाद आरोपी सरेंडर करना चाहते थे, लेकिन मेरे भाई मनीष ने जैसे ही कार को यू-टर्न लिया तो आरोपियों ने फिर फायरिंग शुरू की और फरार हो गए।
सीएम योगी पर बरसे चंद्रशेखर
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि अगर एक चंद्रशेखर मरेगा तो हजार चंद्रशेखर खड़े नजर आएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार इस भुलावे में न रहे कि चंद्रशेखर मर जाएगा तो दलितों, वंचितों और शोषितों की आवाज दब जाएगी। आगे बोलते हुए कहा कि, सत्ता संरक्षण में मुझ पर हमला किया गया। बड़े-बड़े दावे करने वाले मुख्यमंत्री इस घटना पर क्यों नहीं बोल रहे हैं। चंद्रशेखर ने कहा कि यह कोई पहला हमला नहीं है, वंचितों पर सदियों से हमला होता आया है। यह घटना बिना सत्ता संरक्षण के नहीं हुई है। अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं, कार भी इसलिए बरामद हुई है कि मिरगपुर के ग्रामीणों ने पुलिस को जानकारी दी। इस घटना पर मुख्यमंत्री का कुछ भी न बोलने से पता चलता है कि वह अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं। चंद्रशेखर ने बताया कि मुझे पहले से धमकियां मिल चुकी हैं। इस संबंध में मैंने गृहमंत्री, मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी और एसएसपी को पत्र लिखा, लेकिन मुझे कोई सुरक्षा नहीं दी गई। वहीं पूर्व जिलाधिकारी ने तो साफ कह दिया था कि मुख्यमंत्री नहीं चाहते कि चंद्रशेखर को सुरक्षा दी जाए।
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