Sri Lanka General Election: श्रीलंका की कमान संभालेंगे अनुरा दिसानायके, वामपंथी विचारधारा से रहे हैं प्रभावित

Sri Lanka New President Anura Dishanayke: पड़ोसी देश श्रीलंका में 2022 की उथल पुथल के बाद पहली बार राष्ट्रपति चुनाव हुए हैं। शनिवार यानी 21 सिंतबर को वोट डाले गए थे। वोट कि गिनती 22 सितंबर की सुबह शुरू हो गई थी। चुनाव के नतीजे नेशनल पीपुल्स पावर के अनुरा कुमारा दिसानायके के हक में आए हैं। श्रीलंका के मार्क्सवादी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके शुरुआती रुझानों से श्रीलंका के अगले राष्ट्रपति बनने की ओर आगे बढ़ रहे है।
श्रीलंका की जनता ने दिसानायके पर भरोसा किया है। उन्होंने सुबह 10 बजे तक करीब 44 प्रतिशत वोट हासिल कर लिए हैं। वे अपने प्रतिद्वंद्वियों साजिथ प्रेमदासा और वर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे से काफी आगे चल रहे हैं। साजिथ प्रेमदासा करीब 32 फीसद और रानिल विक्रमसिंघे महज 15.4 फीसदी वोट हासिल कर सके हैं।
कौन हैं अनुरा कुमारा दिसानायके ?
बता दें कि अनुरा कुमार दिसानायके श्रीलंका की राजधानी कोलंबो से सांसद हैं। वह 2019 में भी राष्ट्रपति चुनाव लड़ चुके हैं और वे अपने कॉलेज के समय से जेवीपी पार्टी से जुड़े हुए हैं। दिसानायके पहली बार 2000 में सांसद बने थे। जिसके बाद 2004 से 2005 तक वे कृषि, पशुधन, भूमि और सिंचाई मंत्री बने। 2015 से 2018 तक मुख्य विपक्षी सचेतक बनाए गए। वहीं, दिसानायके को 2 फरवरी 2014 को जेवीपी पार्टी के 17वें राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था।
इस चुनाव में वह नेशनल पीपुल्स पावर और जनता विमुक्ति पेरमुना पार्टी की ओर से मैदान में थे। दिसानायके ने राष्ट्रपति पद के लिए नेशनल पीपुल्स पावर गठबंधन के ओर से चुनाव लड़ा था। बता दें कि नेशनल पीपुल्स पावर में मार्क्सवादी-झुकाव वाली पार्टी जनता विमुक्ति पेरेमुना जेपीवी पार्टी शामिल है। अनुरा दिसानायके भी इसी पार्टी से सांसद हैं।
किन मुद्दों पर लड़ी जेपीवी ?
अनुरा दिसानायके ने भ्रष्टाचार विरोधी उपायों और गरीबों के कल्याण की नीतियों पर चुनाव लड़ा। दिसानायके ने अपनी चुनावी कैंपेन करते हुए देश में कई अहम बदलावों का वादा किया। जिसमें जीत के बाद 45 दिनों के भीतर संसद को भंग करना भी शामिल है। उन्होंने पूरे चुनाव में खुद को उदारवादी और क्रांतिकारी नेता के तौर पर पेश किया है।
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