100 साल बाद लगने जा रहा है हाइब्रिड सूर्यग्रहण, जानें किन देशों को पड़ेगा सबसे ज्यादा असर
SURYA GRAHAN 2023: साल का पहला ग्रहण 20 मई को लगने जा रहा है। वहीं बात करें ग्रहण की तो ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण को विशेष महत्व दिया गया है। धार्मिक रूप से सूर्य ग्रहण को शुभ घटना नहीं माना जाता है क्योंकि ये वो समय होता है जब सूर्य के ऊपर राहु का प्रभाव बढ़ जाता है और सूर्य ग्रस्त हो जाता है।
वहीं इस बार हाइब्रिड सूर्यग्रहण लगने वाला है। इस सूर्य ग्रहण की अवधि सुबह 07 बजकर 04 मिनट से दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगी। वहीं खगोलशास्त्रियों की मानें तो इस तरह का अद्भुत नजारा 100 साल में पहली बार देखने को मिलेगा। वहीं बात करें हाइब्रिड सूर्यग्रहण की तो यह तीन रूपों में दिखाई देता है।
क्या होता है हाइब्रिड सूर्यग्रहण?
दरअसल, आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकार सूर्यग्रहण का मिश्रण हाइब्रिड सूर्यग्रहण कहलाता है। इस स्थित में चंद्रमा और धरती में ना तो ज्यादा दूरी होती है और ना ही कम फासला होती है। जानकारी के मुताबिक, ग्रहण 5 घंटे 24 मिनट तक होने वाला ये ग्रहण सुबह 7:04 से शुरू होकर दोपहर 12:29 पर समाप्त होगा।
कहां कहां दिखेगा ये सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2023 where to watch)
यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। यह सूर्य ग्रहण कंबोडिया, चीन, अमेरिका, माइक्रोनेशिया, मलेशिया, फिजी, जापान, समोआ, सोलोमन, बरूनी, सिंगापुर, थाईलैंड, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, वियतनाम, ताइवान, पापुआ न्यू गिनी, इंडोनेशिया, फिलीपींस, दक्षिण हिंद महासागर और दक्षिण प्रशांत महासागर जैसी जगहों पर ही दिखाई देगा।
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