Delhi Pollution: GRAP-IV भी नहीं रोक पाया प्रदूषण, दिल्ली ने झेला 8 साल का सबसे खराब दिसंबर
Delhi records worst December Air Quality in 8 years: दिल्ली की सर्दियां हमेशा से ही ठंड और कोहरे के लिए जानी जाती हैं, लेकिन इस बार दिसंबर 2025में हवा की गुणवत्ता ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे चरण यानी GRAP-IV को लागू किए जाने के बावजूद राजधानी की हवा में कोई सुधार नहीं दिखा है। बल्कि, यह दिसंबर पिछले आठ सालों में सबसे प्रदूषित साबित हो रहा है। आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) इस महीने 'गंभीर' श्रेणी में बना हुआ है, जिससे दिल्ली निवासियों की सेहत पर गहरा असर पड़ रहा है।
8सालों का सबसे प्रदूषित महीना
बता दें, इस साल का दिसंबर दिल्ली के लिए वायु प्रदूषण का नया चरम बिंदु साबित हुआ है। आंकड़ों के अनुसार, महीने की औसत AQI पिछले आठ सालों में सबसे ऊंची रही है। कुछ इलाकों जैसे जहांगीरपुरी में AQI 498तक पहुंच गया, जबकि औसत 461से ऊपर रहा, यह दिसंबर के किसी दिन का दूसरा सबसे खराब रिकॉर्ड है। दिसंबर के पहले हफ्ते में ही AQI 400से ऊपर चला गया, जिससे कई उड़ानें प्रभावित हुई।
दूसरी तरफ, GRAP-IV के बावजूद सुधार न होने के पीछे कई कारण हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी हवाओं ने शुरुआत में थोड़ा राहत दी, लेकिन ठंडी हवाओं और कोहरे ने प्रदूषण को फंसा लिया। इसके अलावा नियमों का सख्ती से पालन न होना एक बड़ा मुद्दा है। कई जगहों पर निर्माण कार्य जारी रहे और वाहनों पर लगाए गए प्रतिबंध भी सफल नहीं हुए। दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) को सड़क धूल नियंत्रण में लापरवाही के लिए आलोचना झेलनी पड़ी।
प्रदूषण के कारण लाइफ लाइन
इस प्रदूषण का सबसे बड़ा खामियाजा दिल्लीवासियों को भुगतना पड़ रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के निवासी उच्च प्रदूषण के कारण औसतन 8.2 साल की जीवन प्रत्याशा खो रहे हैं, यह देश में सबसे ज्यादा है। AQI 400-550 जैसी स्तरों पर सभी लोगों की सेहत खतरे में है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारियों से पीड़ितों की। स्वास्थ्य सलाह में सुबह-शाम व्यायाम से बचने की चेतावनी दी गई है। प्रदूषण ने दिसंबर के पिछले 11 सालों में दूसरा सबसे खराब औसत AQI दर्ज किया है।
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