HARYANA NEWS: दीपेंद्र हुड्डा ने 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' को बताया खोखला, कहा- पुलिस में केस क्यों नहीं दर्ज कराया गया
HARYANA NEWS: हरियाणा के जींद स्थित चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी (सीआरएसयू) में अंग्रेजी विभाग के तीन प्रोफेसरों पर छात्राओं के यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगे हैं। छात्राओं ने आरोप लगाया है कि प्रोफेसर व्हाट्सएप पर अश्लील मैसेज भेजते थे, निजी जीवन में दखल देते थे, ड्रेस पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करते थे और मार्क्स काटने की धमकी देते थे। एक प्रोफेसर की आपत्तिजनक चैट के सबूत सामने आए हैं, जिसमें कथित तौर पर छात्राओं से व्यक्तिगत सवाल पूछे गए।
मामला 27 नवंबर का है, जब अंग्रेजी विभाग की करीब 50छात्राएं कुलपति से मिलीं और लिखित शिकायत सौंपी। शिकायत में जातिसूचक गालियां देने का भी जिक्र है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों प्रोफेसरों को निलंबित कर दिया और आंतरिक जांच समिति गठित की। कुलपति प्रो. रामपाल सैनी ने कहा, "छात्राओं की सुरक्षा सर्वोपरि है। यदि आरोप सिद्ध हुए तो दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी और उन्हें देश में कहीं नौकरी नहीं मिलेगी।"
हालांकि, छात्राओं और प्रदर्शनकारियों का कहना है कि केवल निलंबन काफी नहीं। पुलिस में मुकदमा दर्ज होना चाहिए और आपराधिक जांच जरूरी है। मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने कैंपस में आरोपी प्रोफेसरों का पुतला फूंका और कड़ी कार्रवाई की मांग की। छात्रों का आरोप है कि पुतला दहन और मीडिया कवरेज के बाद ही प्रशासन हरकत में आया, जो मामले को दबाने की कोशिश दर्शाता है।
दीपेंद्र हुड्डा का तीखा हमला
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा पूरी तरह खोखला साबित हो रहा है। यूनिवर्सिटी में अपनी बेटियों को किस तरह का वातावरण दे रहे हैं, इस पर बड़ा सवालिया निशान लगता है।" हुड्डा ने पूछा कि कुलपति को 50लड़कियों ने शिकायत दी, फिर पुलिस में केस क्यों नहीं दर्ज कराया गया? चैट के आधार पर मुकदमा बनता है। उन्होंने मांग की कि यूनिवर्सिटी की कमेटी के साथ-साथ पुलिस जांच हो और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। हुड्डा ने हरियाणा को महिलाओं के खिलाफ अपराध में टॉप-3राज्यों में गिनाते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा।हरियाणा में महिला सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
यह मामला सामने आने के बाद हरियाणा में महिला सुरक्षा और शैक्षणिक संस्थानों में सुरक्षित माहौल पर फिर सवाल खड़े हो गए हैं। छात्राओं की मांग है कि सिर्फ राहत या निलंबन न हो, बल्कि आपराधिक मुकदमा चलाया जाए। जांच जारी है और आने वाले दिनों में मामले का और खुलासा हो सकता है।
दुनिया
देश
कार्यक्रम
राजनीति
खेल
मनोरंजन
व्यवसाय
यात्रा
गैजेट
जुर्म
स्पेशल
मूवी मसाला
स्वास्थ्य
शिक्षा
शिकायत निवारण
Most Popular
Leave a Reply