Rajasthan Election 2023: क्या राजस्थान को मिलेगा योगी पार्ट-2? जानें कौन है बालकनाथ, जिनकी वसुंधरा से ज्यादा है लोकप्रियता
Rajasthan Election 2023: राजस्थान में गहलोत का जादू चलेगा या 5 साल में सरकार बदलने का सिलसिला जारी रहेगा, ये 3 दिसंबर को नतीजों से साफ हो जाएगा। नतीजों से पहले आए एग्जिट पोल ने BJPऔर कांग्रेस दोनों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। आजतक एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल में कांग्रेस और BJPके बीच कड़ी टक्कर दिखाई जा रही है। आंकड़ों की बात करें तो कांग्रेस 86 से 106 सीटें, BJP80 से 100 सीटें जीतती दिख रही है। एग्जिट पोल के सर्वे में CMपद के लिए एक ऐसा नाम भी सामने आया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है।
आपको बता दें कि,आजतक एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल में जब लोगों से CMपद के लिए सवाल किया गया। इसलिए पहली पसंद अशोक गहलोत थे। सर्वे में जिन लोगों से बात की गई उनमें से 32 फीसदी लोग गहलोत को CMबनते देखना चाहते हैं। हालांकि, इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर न तो वसुंधरा राजे का नाम है और न ही सचिन पायलट का। महंत बालकनाथ योगी CMपद के लिए लोगों की दूसरी पसंद हैं। सर्वे में शामिल 10 फीसदी लोग बालकनाथ योगी को CMके रूप में देखना चाहते हैं।
महंत बालकनाथ योगी अलवर से सांसद हैं। BJPने उन्हें तिजारा विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा है। BJPके फायरब्रांड नेताओं में से एक बाबा बालकनाथ योगी आदित्यनाथ की तरह कपड़े पहनते हैं। इसलिए लोग उन्हें राजस्थान का योगी भी कहते हैं।
अलवर और उसके आसपास के इलाकों में मजबूत पकड़
बाबा बालकनाथ की अलवर और उसके आसपास के इलाकों में मजबूत पकड़ मानी जाती है। यही वजह है कि विधानसभा चुनाव में भी BJPने उन पर भरोसा जताया है। वह BJPके हिंदुत्व एजेंडे में फिट बैठते हैं। यही वजह है कि चुनाव से पहले जब BJPने राजस्थान में अपनी इकाई की घोषणा की थी तो उन्हें उपाध्यक्ष बनाया गया था।
महंत बालकनाथ योगी का जन्म 16 अप्रैल 1984 को राजस्थान के अलवर जिले के कोहराना गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम सुभाष यादव और माता का नाम उर्मीला देवी है। वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं और उनके परिवार में उनके दादा फूलचंद यादव और दादी संतरो देवी शामिल हैं। उनका परिवार काफी लंबे समय से जन कल्याण और संतों की सेवा कर रहा है।
6साल की उम्र में घर छोड़ दिया
मात्र 6 वर्ष की उम्र में उनके परिवार ने उन्हें अध्यात्म की शिक्षा लेने के लिए महंत खेतानाथ के पास भेज दिया। महंत खेतानाथ ने उन्हें बचपन में गुरुमख नाम दिया था। महंत खेतानाथ से शिक्षा प्राप्त करने के बाद वे महंत चांदनाथ के पास आये।उनकी बालसुलभ प्रवृत्ति को देखकर महंत चाँदनाथ उन्हें बालकनाथ कहने लगे। महंत चांदनाथ ने 29 जुलाई 2016 को उन्हें अपना उत्तराधिकारी चुना। महंत बालक नाथ योगी हिंदू धर्म के नाथ संप्रदाय के आठवें संत हैं। बालक नाथ योगी बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं।
योगी आदित्यनाथ के करीबी
किसी योगी की तरह भगवा वस्त्र में नजर आने वाले बाबा बालकनाथ अक्सर अपने आक्रामक रवैये के कारण चर्चा में रहते हैं। बाबा बालक नाथ ने 2019 में पहला लोकसभा चुनाव जीता। उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह को 3 लाख से अधिक वोटों से हराया।
बाबा बालकनाथ उसी नाथ संप्रदाय के महंत हैं जिससे योगी आदित्यनाथ जुड़े हैं। बालकनाथ रोहतक स्थित बाबा मस्तनाथ मठ के महंत हैं। नाथ संप्रदाय की परंपरा के अनुसार, योगी आदित्यनाथ राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जबकि रोहतक गद्दी के पास उपाध्यक्ष का पद है। ऐसे में उन्हें CMयोगी का करीबी भी माना जाता है।
बाबा बालकनाथ ओबीसी वर्ग से आते हैं। बालकनाथ ने चुनाव आयोग में अपना नामांकन दाखिल किया। इस हिसाब से उनकी उम्र 39 साल है। उनके पास 45 हजार रुपये नकद हैं। भारतीय स्टेट बैंक शाखा संसद भवन, नई दिल्ली में 13 लाख 29 हजार पांच सौ अट्ठावन रुपये (13,29558) जमा हैं। इसके अलावा एसबीआई तिजारा शाखा में एक अन्य बैंक खाते में 5 हजार रुपए की राशि जमा है। इस हिसाब से बैंक में कुल जमा रकम 13,79,558 रुपये है। उन्होंने 12वीं तक पढ़ाई की है।
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