Sri Lanka Election: आर्थिक मंदी के बाद श्रीलंका में पहला आम चुनाव, क्या सत्ता में वापसी कर पाएगा राजपक्षे?
Sri Lanka Presidential Eelection after Economic Crisis: साल 2022 के आर्थिक संकट के बाद श्रीलंका में आज राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हो रहे है। वोटिंग सुबह 7 बजे शुरू हुई और शाम 5 बजे तक चलेगी। इस चुनाव के नतीजे 22 सितंबर को आने की संभावना है। लगभग 1 करोड़ 70 लाख मतदाता 13,400 से अधिक पोलिंग बूथों पर वोटिंग करने के पात्र हैं।
निष्पक्ष और सकुशल चुनाव संपन्न कराने के लिए 200,000 से अधिक अधिकारियों को तैनात किया गया है। श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनाव में कुल 38 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं। कई आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि विक्रमसिंघे के नेतृत्व में श्रीलंका की अर्थव्यवस्था ने बहुत तेज रिकवरी हासिल की है।
राष्ट्रपति पद केलिए तीन नेता
इस चुनाव में रानिल विक्रमसिंघे के सामने नेशनल पीपुल्स पावर (NPP) के 56 वर्षीय अनुरा कुमारा दिसानायके और मुख्य विपक्षी पार्टी समागी जन बालवेगया (SJB) के 57 वर्षीय साजिथ प्रेमदासा की चुनौती है। गौरतलब है कि 2022 में श्रीलंका में महंगाई इतनी ज्यादा बढ़ गई कि लोगों ने तत्कालीन सरकार के खिलाफ विद्रोह कर दिया। इस कारण तत्कालीन राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को देश छोड़कर भागना पड़ा था।
गोटाबाया राजपक्षे की सरकार के पतन
गोटाबाया राजपक्षे पहले सिंगापुर और फिर थाईलैंड गए। जिसके बाद 50 दिनों बाद ही अपने देश वापस लौट आए। उन्हें वो सारी सुविधाएं दी गईं, जो एक पूर्व राष्ट्रपति को मिलती हैं। गोटाबाया राजपक्षे की सरकार के पतन के बाद विपक्षी नेता रनिल विक्रमसिंघे को दो साल के बचे हुए कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति बनाया गया।
SLPP का समर्थन
राजपक्षे परिवार के नेतृत्व में काम करने वाली श्रीलंका पोडु पेरामुना पार्टी (SLPP) का श्रीलंका की संसद में दो तिहाई बहुमत है। SLPP ने विक्रमसिंघे को अपना समर्थन दिया। इसके समर्थन से ही विक्रमसिंघे छह बार श्रीलंका के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। वह अपनी यूनाइटेड नेशनल पार्टी के इकलौते सांसद हैं।
विक्रमसिंघे के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था
हालांकि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने श्रीलंका को बेलआउट पैकेज देने के साथ ही देश में आर्थिक सुधारों के लिए कठी शर्तें लगाई थीं. रानिल विक्रमसिंघे को इन शर्तों के अधीन रहकर देश की अर्थव्यवस्था को सही करने का प्रयास किया। उनकी इकोनॉमिक रिकवरी प्लान लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय तो नहीं रहा, लेकिन इसने श्रीलंका को निगेटिव ग्रोथ रेट से उबरने में मदद की।
गोटबाया राजपक्षे फिर से चुनावी मैदान में
गोटबाया राजपक्षे के साथ उनके बड़े भाई महिंदा राजपक्षे भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए मैदान में उतरे हैं। गोटबाया राजपक्षे के बेटे नमल श्रीलंका पोडु पेरामुना पार्टी (SLPP) की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं। दो साल पहले श्रीलंका के लोगों ने राजपक्षे परिवार के खिलाफ ही विद्रोह किया था।
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