हुमायूं कबीर के विवादित बयान से बंगाल में सियासी तूफान, बोले - TMC छोड़ने के बाद भी मस्जिद निर्माण...
TMC MLA Humayun Kabir Statement: पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा हो गया है, जब तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायक हुमायूं कबीर ने घोषणा की कि वह 6 दिसंबर 2025 को मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में बाबरी मस्जिद की तर्ज पर एक नई मस्जिद की नींव रखेंगे। यह तारीख 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विध्वंस की 33वीं वर्षगांठ है। जिस पर कबीर ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह TMC छोड़ देंगे, लेकिन मस्जिद निर्माण से पीछे नहीं हटेंगे। उनके इस बयान से राज्य में सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया है, जहां पोस्टर लगने और तोड़फोड़ की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन TMC ने खुद को इससे अलग कर लिया है, जबकि विपक्षी दल इसे हिंदू-विरोधी और वोट बैंक की राजनीति बता रहे हैं।
हुमायूं कबीर का विवादास्पद बयान
बता दें, हुमायूं कबीर मुर्शिदाबाद जिले की भारतपुर विधानसभा सीट से TMC के विधायक हैं, जहां मुस्लिम आबादी लगभग 70% है। वह पहले भी पार्टी लाइन से हटकर बयान देने के लिए जाने जाते हैं, जिसके चलते उन्हें कई बार शो-कॉज नोटिस मिल चुका है। हाल ही में उन्होंने एक स्वतंत्र राजनीतिक संगठन बनाने की बात कही है, जो TMC से उनके बढ़ते मतभेदों को दर्शाता है। कबीर का दावा है कि यह मस्जिद स्थानीय लोगों की मांग है और यह उनका धार्मिक अधिकार है। उन्होंने PTI से बातचीत में कहा 'हां, मैं 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद की तर्ज पर एक मस्जिद की नींव रखूंगा। यह मस्जिद मूल संरचना से प्रेरित और उससे बड़ी होगी।' उन्होंने इसे भावनात्मक मुद्दा बताया और कहा कि यह चुनावी गणित से जुड़ा नहीं है।
कबीर ने आगे कहा 'हम (मुस्लिम) बंगाल की 37% आबादी हैं। इस (बाबरी मस्जिद) के निर्माण पूरा होने तक हम 40% हो जाएंगे।' साथ ही, विरोध पर धमकी देते हुए बोले 'अगर 100 मुस्लिम मरेंगे, तो हम 500 अन्यों को मारेंगे। यह मेरा चैलेंज है।' उन्होंने कहा '464 साल पहले बाबर के सैन्य कमांडर ने यह मस्जिद बनाई थी। उन्होंने मस्जिद तोड़कर राम मंदिर बनाया और किसी ने विरोध नहीं किया। जब मैं बाबर के नाम पर मस्जिद बनाना चाहता हूं, तो विरोध क्यों? अगर सुप्रीम कोर्ट या गृह मंत्रालय ने बाबर के नाम पर मस्जिद बनाने पर रोक लगाई है, तो बताएं। अन्यथा, मैं आगे बढ़ूंगा। विरोध करने वाले मुझे सिर कलम करने आएं, मैं शहीद होने को तैयार हूं।'
TMC ने दूरी बनाई
दूसरी तरफ, तृणमूल कांग्रेस ने कबीर के बयान से खुद को पूरी तरह अलग कर लिया है। पश्चिम बंगाल विधानसभा में TMC के मुख्य सचेतक निर्मल घोष ने PTI से कहा 'पार्टी हुमायूं कबीर से संपर्क में नहीं है। उनके बयान या कार्रवाई का पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। वह अपनी व्यक्तिगत क्षमता में ऐसा कर रहे हैं। पार्टी इसका समर्थन नहीं करती और मामले की जांच कर रही है।" एक वरिष्ठ पार्टी नेता ने बताया कि कबीर को अनुशासनहीनता के लिए पहले भी नोटिस मिल चुके हैं और जल्द ही उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू होगी, हालांकि अभी उन्हें निष्कासित नहीं किया गया है। कबीर ने खुद TMC और ममता बनर्जी सरकार पर आरोप लगाया कि वे प्रशासनिक बाधाएं डाल रही हैं, और धमकी दी कि अगर रोक लगी तो वह NH-34 ब्लॉक कर देंगे।
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