UP News: प्रेमिका को इंप्रेस करने के लिए मां-बेटी को बनाया शिकार, भतीजा ही निकला असली दरिंदा; जानें क्या है पूरा मामला
UP Crime News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक दिल दहला देने वाला डबल मर्डर केस सामने आया है, जहां एक युवक ने अपनी प्रेमिका को इंप्रेस करने के लिए मां-बेटी की हत्या कर दी। आरोपी, जो पीड़ित परिवार का करीबी था और 'भतीजे' की तरह व्यवहार करता था, ने लूटपाट की योजना बनाई लेकिन पकड़े जाने पर हथौड़े से दोनों की जान ले ली। पुलिस ने 11दिनों की जांच के बाद मामले का खुलासा किया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है, क्योंकि आरोपी ने जांच में सहयोग का दिखावा करते हुए अंतिम संस्कार में घड़ियाली आंसू भी बहाए थे।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला गोरखपुर के शाहपुर इलाके के घोसीपुरवा में हुआ। पीड़ित महिलाएं शांति देवी (75वर्ष) और उनकी बेटी विमला (55वर्ष) थीं। वे दोनों घर में अकेली रहती थीं और आरोपी राजत (उर्फ रितेश रंजन, 21वर्ष) उनके पड़ोसी था। राजत का घर पीड़ितों के ठीक सामने था और वह विमला को 'बुआ' कहकर बुलाता था, जिससे वह परिवार का भरोसेमंद सदस्य लगता था। राजत एक रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी का बेटा है और बीए फाइनल ईयर का छात्र है। वह अक्सर पीड़ितों के घर जाता था और उनके साथ शराब पीने का आदी था, जिससे उसका आना-जाना सामान्य था।
बता दें, यह घटना 23नवंबर 2025की रात की है, जब आरोपी घर में घुसा। अगले दिन 24नवंबर को शव मिले, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। शुरुआत में लूटपाट का मामला लगा, लेकिन कोई जबरदस्ती घुसने के निशान नहीं मिले, जिससे संदेह घर के किसी जानकार पर गया।
हत्या क्यों और कैसे की गई?
दरअसल, राजत की एक प्रेमिका थी, जिसके साथ उसका रिश्ता 2019से चल रहा था। वह उसे इंप्रेस करने के लिए महंगा मोबाइल फोन खरीदना चाहता था और उसकी पिता की उधारी चुकानी थी। इसके अलावा खुद पर ऑनलाइन लोन ऐप्स से कर्ज था और वह अपने पिता को भी 50हजार रुपये देना चाहता था। इन सबके लिए पैसे की जरूरत थी, इसलिए उसने पीड़ितों के घर से नकदी और गहने चुराने की योजना बनाई। घर में करीब 4.5लाख रुपये की नकदी और जेवर होने की जानकारी उसे थी। लेकिन योजना के दौरान विरोध होने पर हत्या कर दी गई।
जांच में पता चला कि रात को राजत शराब पीने के बहाने घर पहुंचा। उसने अलमारी से पैसे और गहने निकालने की कोशिश की, लेकिन विमला ने देख लिया और विरोध किया। इस पर राजत ने कमरे में पड़े हथौड़े से विमला के सिर पर कई वार किए, जिससे उसकी मौत हो गई। शोर सुनकर सोफे पर लेटी शांति देवी जाग गईं और चिल्लाने लगीं। डर से राजत ने उन्हें भी हथौड़े से मार डाला। फिंगरप्रिंट्स से बचने के लिए उसने हथौड़े पर कपड़ा लपेटा था। हत्या के बाद वह लूट का सामान लेकर अपने घर चला गया।
पुलिस जांच और आरोपी की गिरफ्तारी
पुलिस को शुरुआत में सुराग नहीं मिले, क्योंकि कोई जबरदस्ती के निशान नहीं थे। जांच में 800 CCTV कैमरों की फुटेज देखी गई और 200मोबाइल नंबरों के कॉल डिटेल्स की जानकारी निकाली गई। असामान्य खर्च, मोबाइल लोकेशन और व्यवहार से राजत पर शक हुआ। दिलचस्प बात यह है कि राजत ने खुद जांच में मदद का नाटक किया, पुलिस से बात की और अंतिम संस्कार में जाकर नकली आंसू भी बहाए, ताकि किसी को कोई शक ना हो, लेकिन आखिर में वह पकड़ा गया।
05 दिसंबर की रात को राजत को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने जुर्म कबूल लिया। 06 दिसंबर को कोर्ट में पेश किया गया और जेल भेज दिया गया। पुलिस ने उसके कब्जे से 17-18 ग्राम पिघला हुआ सोना, चेन, अंगूठी जैसे गहने (करीब 5 लाख रुपये के), 50 हजार रुपये नकद, हत्या में इस्तेमाल हथौड़ा, एक मोबाइल फोन और एक मोटरबाइक बरामद की।
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