Middle East Crisis: अपने ही चक्रव्यूह में फंसा अमेरिका, क्या मिडिल ईस्ट में भिड़ेंगे US- ईरान?
Middle East Crisis: अमेरिका का हूतियों के खिलाफ ऑपरेशन प्रतिशोध आए दिन बढ़ता ही जा रहा है। अमेरिका हूतियों पर ताबड़तोड़ मिसाइलों से हमले कर रहा है। फिर भी अमेरिका अपने ही बनाए चक्रव्यूह में फंसता जा रहा है। जहां लाल सागर प्यापार के लिए इस्तेमाल होता था अब वही लाल सागर इस वक्त युद्ध का अखाड़ा बन गया है। ऐसा युद्ध जिसके शोले सुपरपावर देश और मीडिल ईस्ट के बीच धधक रहे हैं। जहां एक तरफ अमेरिका लगातार मिसाइल से हमले कर रहा है तो दूसरे तरफ हूतियों भी प्रचंड बारूदी बारिश कर रहे है। दरअसल, हूती लाल सागर में पर्ल हार्बर जैसे हमले कर के अमेरिकी नौसेना को तबाह करना चाहते हैं। इसके लिए क्रूज और एंटी शिप मिसाइलों का बड़ा जखीरा यमन पहुंच चुका है।
अपने ही चक्रव्यूह में फंसा अमेरिका
ये युद्ध अमेरिका पर ही भारी पड़ता दिखाई दे रहा है। दरअसल, हूती को ईरान का समर्थन मिला हुआ है। हूती के पास ईरान से मिला हुआ शाहेद 136आत्मघाती ड्रोन है। इस ड्रोन के रेंज की बात की जाए तो इस ड्रोन की रेंज 2,200किलोमीटर तक है। इसके अलावा ईरान और हिज्बुल्लाह के फोर्सेज ने हूती को समद 3आत्मघाती ड्रोन भी दिए हैं। जिनकी रेंज 1500किलोमीटर तक है। सिर्फ यही नहीं हूती को ईरान से क्रूज मिसाइलें भी मिली हैं, इनकी रेंज 2 हजार किलोमीटर से भी ज्यादा है। साल 2021 में सेंटर फॉर टेररिज्म कंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार हूती संगठन में 1 लाख से ज्यादा प्रशिक्षित लड़ाके हैं जो किसी भी वक्त हमला करने को तैयार रहते हैं। इसके बाद से अब तक हूतियों की ताकत में बहुत ज्यादा इजाफा हुआ है।
अमेरिका पर पैदा किया जल संकट
इतना ही नहीं मिसाइल पावर के दम पर हूती ने अमेरिका और उसके सहयोगियों को जलसंकट में फंसा दिया है। अमेरिका का हूतियों को काबू करने के लिए ऑपरेशन सी गार्डियन फेल होता नजर आ रहा है। इसके विफल होने की सीधी वजह ईरान है। मध्य पूर्व में अमेरिका के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी की रिपोर्ट के अनुसार,ईरान के जहाज हूती की मदद के लिए तैनात हैं। ईरान हूती को लाल सागर से गुजरने वाले कार्गो शिप की लोकेशन दे रहा है। ईरानी नेवी का युद्धपोत कार्गो के सिग्नल रिसीव करने के बाद उसकी जानकारी यमन में हूती मिसाइल लॉन्च सेंटर को देता है और हूती दुश्मन जहाजों पर मिसाइल हमले कर देता है। हालांकि संयुक्त राष्ट्र में ईरान ने अमेरिका के सभी आरोपों को झूठा बताया है। और अमेरिका के इन स्ट्राइक्स को गैरकानूनी करार दिया है। ऐसे में ये देखना होगा कि अमेरिका अपने इस चक्रव्यूह से कैसे निकलता है और क्या हूतियों के हमलों को रोकने में कामयाब हो पाता है या नहीं।
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