जानें कब है 2024 का पहला प्रदोष व्रत? इस बार बन रहा है अद्भुत संयोग
नई दिल्ली: पहला प्रदोष व्रत मासिक शिवरात्रि के साथ मिल रहा है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, प्रदोष व्रत हर मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को होता है, इस वर्ष 9 जनवरी को मनाया जा रहा है। मासिक शिवरात्रि अद्भुत और पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है, जो मासिक अमावस्या को पहले हो सकता है। यदि ऐसा है कि पहला प्रदोष व्रत मासिक शिवरात्रि के साथ मिल रहा है, तो यह एक अद्भुत संयोग हो सकता है जो भक्तों के लिए एक विशेष आध्यात्मिक अनुभव प्रदान कर सकता है।
प्रदोष व्रत एक हिन्दू धार्मिक पर्व है जो भगवान शिव की पूजा के लिए किया जाता है। प्रदोष व्रत का पहला दिन, जिसे "पहला प्रदोष" भी कहा जाता है, हर मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। यह व्रत शिव पूजा का एक विशेष तरीके से किया जाता है और भक्त इस दिन विशेष रूप से शिव जी की आराधना और पूजा करते हैं।
भगवान शिव की करते है पूजा
इस व्रत में, व्रती भक्त अपने सारे अहार को सूर्यास्त के पश्चात् छोड़ देते हैं और प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा करते हैं। यह व्रत विशेष रूप से शिव भक्तों के बीच में पौराणिक कथाओं और शिव महिमाओं को याद करने का एक अवसर प्रदान करता है। प्रदोष व्रत का महत्व शिव पुराण के अनुसार बताया जाता है और इसे सच्चे मन से किया जाता है तो भगवान शिव अपने भक्त को आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
दुनिया
देश
कार्यक्रम
राजनीति
खेल
मनोरंजन
व्यवसाय
यात्रा
गैजेट
जुर्म
स्पेशल
मूवी मसाला
स्वास्थ्य
शिक्षा
शिकायत निवारण
Most Popular
Leave a Reply