यूपी में बाढ़ से परेशान लोग, नवजात को हाथों में उठाकर पानी में उतरे माता-पिता
Prayagraj Flood: बारिश का मौसम आते ही देश के कई राज्यों में बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है। इस समय यूपी सहित उत्तर भारत में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया हा जिस वजह से बाढ़ के हालात पैदा हो रहे हैं। इस दौरान प्रयागराज के आसपास के इलाके भी जलमग्न हो चुके हैं। बता दें, कि इस समय राज्य के 17 जिलों के लोग बाढ़ से परेशान हैं। इसमें से 16 जिले ऐसे हैं, जिन पर गंगा और यमुना दोनों कहर बरस रहा है। प्रयागराज से बलिया तक गंगा के किनारे बसे इलाके में जलमग्न हो चुके हैं।
इन जिलों के बिगड़े हालात
वहीं, प्रयागराज के राजापुर, बघाड़ा, सलोरी और दारागंज जैसे इलाके बाढ़ के पानी में डूब चुके हैं। दूसरी ओर, मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली और बलिया में भी हालात ठीक नहीं हैं, लेकिन सबसे ज्यादा असर प्रयागराज में देखने को मिला है। जैसे संगम नगरी में आज 7 महीने पहले पैर रखने की जगह नहीं थी, वहां अब सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है।
कई गांव बाढ़ से बेहाल
प्रयागराज शहर का रसूलाबाद घाट भी पूरी तरह से बाढ़ के पानी में डूब चुका है। यहां तक कि घाट पर बने मंदिर जलमग्न हैं। इस बीच बघाड़ा से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें साफ नजर आ रहा है कि एक माता-पिता अपने नवजात बच्चे को बचाने के लिए कमर से ऊपर पानी में होकर निकल रहे हैं और नवजात को ऊपर उठाया हुआ है। बता दें कि संगम के बाद जब गंगा आगे बढ़ती है तो पानी दोगुना हो जाता है। गंगा पार के हंडिया और यमुनापार के मेजा क्षेत्र में भी कई गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं।
एनडीआरएफ की टीम कर रही लोगों की मदद
वहीं, दूसरी तरफ एनडीआरएफ की टीम बाढ़ से पीड़ित लोगों की मदद करने में लगी हुई है। बता दें, कि राज्य में तेलियरगंज, बघाड़ा, सलोरी और दारागंज ये वो इलाके हैं जो बाढ़ में सबसे पहले डूबते हैं। इन इलाकों में ज्यादातर प्रतियोगी छात्र रहते हैं। इसलिए यहां पर बाढ़ पीड़ित लोगों की मदद के लिए एनडीआरएफ की टीमें घर-घर पहुंचने की कोशिश कर रही हैं। पीड़ितों को खाने-पीने की वस्तुएं और जरूरी दवाएं भी दी जा रही हैं।
Leave a Reply