कनाडा में भगवान जगन्नाथ के जुलूस पर अंडों से हमला, भारत ने की कड़ी निंदा

India-Canada: कनाडा के टोरंटो शहर में 11जुलाई को आयोजित भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान कुछ अज्ञात लोगों ने श्रद्धालुओं पर अंडे फेंके। इस घटना ने न केवल भारतीय समुदाय, बल्कि विश्व भर में भगवान जगन्नाथ के भक्तों की भावनाओं को आहत किया है। भारत सरकार ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे 'घृणित और खेदजनक' करार दिया है और कनाडाई प्रशासन से दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें, यह घटना इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (ISKCON) द्वारा आयोजित 53वीं वार्षिक रथयात्रा के दौरान हुई। टोरंटो की योंग स्ट्रीट पर हजारों भक्त भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथों को खींचते हुए भजन-कीर्तन कर रहे थे। इसी दौरान पास की एक इमारत से कुछ लोगों ने जुलूस पर अंडे फेंके, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में सड़क और फुटपाथ पर टूटे हुए अंडे स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं।
टोरंटो निवासी और ISKCON की एक भक्त ने इंस्टाग्राम पर इस घटना का वीडियो साझा किया था। जिसमें लिखा 'किसी ने ऊंची इमारत से हम पर अंडे फेंके। क्यों? क्या इसलिए कि हमारी आस्था शोर मचाती है? या हमारी खुशी उन्हें अजीब लगती है? लेकिन हम नहीं रुके, क्योंकि भगवान जगन्नाथ की मौजूदगी में नफरत हमें डिगा नहीं सकती।' उनके इस वीडियो को 1.5लाख से अधिक बार देखा जा चुका है, जिससे इस घटना ने व्यापक ध्यान आकर्षित किया है।
भारत सरकार की प्रतिक्रिया
भारत के विदेश मंत्रालय ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कनाडाई अधिकारियों के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक बयान में कहा 'टोरंटो में रथयात्रा के दौरान शरारती तत्वों द्वारा उत्पन्न व्यवधान अत्यंत निंदनीय है। यह कृत्य त्योहार की भावना के खिलाफ है, जो एकता, समावेशिता और सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा देता है। हमने इस मामले को कनाडाई प्राधिकारियों के सामने दृढ़ता से उठाया है और उम्मीद करते हैं कि दोषियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।' इसी के साथ भारत ने कनाडा सरकार से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और लोगों के धार्मिक अधिकारों की रक्षा की जाए।
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