कर्नाटक में ब्रेकफास्ट पॉलिटिक्स जारी, अब डीके शिवकुमार के घर नाश्ते पर पहुंचे सीएम सिद्धारमैया
Karnatka Congress Row: कर्नाटक कांग्रेस में ब्रेकफास्ट पॉलिटिक्स जारी है। अब डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के घर पर सीएम सिद्धारमैया नाश्ते पर पहुंचे हैं । इस दौरान दोनों नेताओं के बीच राज्य में मौजूदा राजनीतिक हालात को लेकर चर्चा हुई। ब्रेकफास्ट डिप्लोमेसी के जरिए दोनों नेता संदेश देना चाहते हैं कि अब कर्नाटक कांग्रेस में कोई मतभेद नहीं है। इससे पहले सीएम सिद्धारमैया ने डीके शिवकुमार को ब्रेकफास्ट पर बुलाया था।
न्योता मिलने के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया मंगलवार यानी 2 दिसंबर को डीके शिवकुमार के घर नाश्ता करने पहुंचे। इससे पहले डीके शिवकुमार ने यह जानकारी दी थी कि उन्होंने मुख्यमंत्री को नाश्ते पर बुलाया है। ताकी कर्नाटक से किए गए वादों को पूरा करने के लिए सामूहिक प्रयासों पर चर्चा की जा सके।
क्यों पड़ी ब्रेकफास्ट पॉलिटिक्स की जरूरत
दरअसल, पिछले एक सप्ताह से कर्नाटक कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। डीके शिवकुमार और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के समर्थक आमने-सामने थे। डीके शिवकुमार के समर्थक विधायक उन्हें मुख्यमंत्री बनते हुए देखना चाहते थे, वहीं, सिद्धारमैया के समर्थक विधायक चाहते हैं कि वह सीएम पद पर बन रहें। इसी खिंचतान को देखते हुए दिल्ली में राहुल गांधी की दोनों नेताओं के साथ बैठक हुई थी। वहीं, आलाकमान से मिलने के बाद दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को ब्रेकफास्ट पर बुलाया और मैसेज देने की कोशिश की कर्नाटक कांग्रेस में सब कुछ सही है।
कर्नाटक कांग्रेस में क्या फॉर्मूला हुआ था तय
साल 2023 के विधानसभा में कांग्रेस कर्नाटक में पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई। इस जीत में डीके शिवकुमार ने अहम भूमिका निभाई लेकिन, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को बनाया गया। साथ ही ढ़ाई-ढ़ाई साल का फॉर्मूला भी तय किया गया। जिसके तहत ढ़ाई साल सिद्धारमैया को और ढ़ाई साल डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री पद संभालना था लेकिन, ढ़ाई साल बीत जाने के बाद भी डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया। जिसके बाद डीके शिवकुमार के समर्थक विधायक नाराज हो गए।
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