Dharm Sansad Mahakumbh: “राम मंदिर तो झांकी है, मथुरा का फंक्शन”, देवकीनंदन ठाकुर का बड़ा बयान आया सामने
Mahakumh 2025: उत्तर प्रदेश में चल रहे महाकुंभ में कथावाचक देवकीनंदक ठाकुर ने सोमवार को धर्म संसद का आयोजन किया। धर्मगुरुओं से लेकर बॉलीवुड की तमाम हस्तियों ने इसमें शिरकत की। इस धर्म संसद का मुख्य उद्देश्य सनातन बोर्ड की स्थापना करना है।
धर्म संसद में भावुक हुए देवकीनंदन ठाकुर
कथावाचक के सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किए गए पोस्ट पर यह साफ देखा जा सकता है कि देवकीनंदन ठाकुर धर्म संसद में भावुक होकर रोने लगे। वह सनातन बोर्ड के गठन की बात करते हुए कहते है कि सनातन बोर्ड का गठन हो और चारों शंकराचार्य और वैष्णव आचार्य तय करेंगे कि यह कैसे गठित होगा। उन्होंने आगे कहा कि मैं तो बस खुश हिंदुस्तान चाहता हूं। यह बोलकर देवकीनंदन ठाकुर अपने गुरु के पास जाकर फिर रोने लगे।
देवकीनंदन ठाकुर का बड़ा बयान
धर्म संसद में देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि वक़्फ़ बोर्ड कहता है कि प्रयागराज की कुंभ भूमि हमारी है। किसी दिन वक़्फ़ बोर्ड कह देगा कि पूरा भारत हमारा है तब कहां जाओगे। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिन्दू बोर्ड नहीं, पाकिस्तान में हिन्दू बोर्ड नहीं तो हिन्दुस्तान में वक़्फ़ बोर्ड क्या कर रहा है। बहुत सह लिया, हिन्दू हक़ ले कर रहेंगे। राम मंदिर तो छोटी सी झांकी है, मथुरा का पूरा फंक्शन बाकी है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ 2025 की शुरुआत 13 जनवरी से हो चुकी है। इस बार 13.21 लाख लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई है। इस बार 144 वर्ष बाद सुखद संयोग बना है। संगम वह तीन नदियों का मिलन है जहां गंगा, यमुना और सरस्वती नदियां मिलती है। हिंदू धर्म में यह अत्यंत पवित्र स्थल माना जाता है और कुंभ के समय संगम में स्नान करने का महत्व भी और अधिक बढ़ जाता है। माना जाता है कि संगम में स्नान करने से व्यक्ति के जीवन के सारे पाप धुल जाते हैं और आत्मा को भी शांति प्राप्त होती है।
दुनिया
देश
कार्यक्रम
राजनीति
खेल
मनोरंजन
व्यवसाय
यात्रा
गैजेट
जुर्म
स्पेशल
मूवी मसाला
स्वास्थ्य
शिक्षा
शिकायत निवारण
Most Popular
Leave a Reply