Chhattisgarh: देशभक्ति दिखाने पर मिली दर्दनाक सजा, युवक ने तिरंगा फहराया तो नक्सलियों ने उतारा मौत के घाट

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में नक्सलियों की बर्बरता का एक और दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एक युवक ने तिरंगा फहराया था। जिस वजह से नक्सलियों ने उस युवक को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। यह घटना कांकेर जिले के छोटेबेटिया थाना क्षेत्र के बिनागुंडा गांव की है। जहां 15अगस्त को ग्रामीणों ने मिलकर गर्व के साथ राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। लेकिन इस देशभक्ति के प्रदर्शन ने नक्सलियों को इतना नाराज कर दिया कि उन्होंने एक युवक की जान ले ली।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, बिनागुंडा गांव के निवासी मनेश नरेटी (25) ने स्वतंत्रता दिवस पर अन्य ग्रामीणों के साथ मिलकर नक्सलियों द्वारा बनाए गए एक स्मारक पर तिरंगा फहराया था। इस दौरान उन्होंने 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम' के नारे भी लगाए। इस खास अवसर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसने नक्सलियों का गुस्सा और भड़का दिया।
जिसके बाद 16अगस्त की रात को हथियारबंद नक्सलियों का एक दल बिनागुंडा गांव पहुंचा। उन्होंने मनेश नरेटी को जबरन अपने साथ ले गए। नक्सलियों ने गांव में तथाकथित जन अदालत लगाई, जिसमें मनेश पर पुलिस का मुखबिर होने का झूठा आरोप लगाया गया। इसके बाद उनकी गला घोंटकर हत्या कर दी गई। नक्सलियों ने अपनी इस क्रूरता की जिम्मेदारी लेते हुए गांव के पास बैनर लगाए, जिसमें उन्होंने मनीष की हत्या का कारण तिरंगा फहराना और कथित मुखबिरी बताया।
पुलिस की प्रतिक्रिया
कांकेर के पुलिस अधीक्षक आई.के. ऐलेसेला ने इस घटना की पुष्टि की है। हालांकि, अभी तक मनेश का शव बरामद नहीं हो सका है। पुलिस ने बैनर और CCTV फुटेज के आधार पर जांच शुरू कर दी है। ऐलेसेला ने बताया कि नक्सलियों ने मनेश को तिरंगा फहराने और कथित तौर पर पुलिस से संबंध रखने के आरोप में निशाना बनाया। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले डेढ़ साल में बिनागुंडा इलाके में नक्सलियों ने मुखबिरी के झूठे आरोप में चार-पांच ग्रामीणों की हत्या की है, जिनका पुलिस से कोई संबंध नहीं था।
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